Congress leader Ajay Maken: दिल्ली के अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग की पावर को लेकर केंद्र और दिल्ली सरकार आमने सामने हैं. केंद्र सरकार ने दिल्ली के अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर एक अध्यादेश जारी कर दिया. इस बीच कांग्रेस नेता अजय माकन ने रविवार (21 मई) को सीएम अरविंद केजरीवाल को दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से सीखने की सलाह दी है.


पूर्व केंद्रीय मंत्री माकन ने ट्विटर पर लिखी एक लंबी पोस्ट में कहा है कि "अधिकारी किसी के साथ नहीं होते हैं, अधिकारी जरूरत पड़ने पर चाय और पकौड़े पेश करते हैं और जरूरत पड़ने पर साथ खड़े रहते हैं.'' अजय माकन ने लिखा, "अधिकारियों के साथ सम्मानपूर्वक जुड़ें, उनसे बातचीत करें और उन्हें दिल्ली के विकास के लिए लिए राजी करें. अगर आप ईमानदार हैं तो वे जाहिर तौर पर आपकी सोच से जुड़ेंगे."


'केजरीवाल ने अधिकारियों को घंटों इंतजार करवाया'


अजय माकन ने कहा, ''केजरीवाल ने अधिकारियों को बुलाया और उन्हें घंटों इंतजार करवाया, कठोर शब्दों का इस्तेमाल किया.'' माकन ने कहा, "यह जानना जरूरी है कि इस तरह का व्यवहार केवल दिल्ली के लिए संकट पैदा करेगा."



'परिवहन आयुक्त को बदल दिया गया था'


दरअसल, ट्विटर पर अजय माकन ने जो कहानी सुनाई, उसमें तत्कालीन परिवहन मंत्री माकन और तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की जानकारी के बिना परिवहन आयुक्त को बदल दिया गया था. यह उस समय के उपराज्यपाल के आदेश के तहत किया गया था, एलजी ने अपने फैसले को नहीं बदला. माकन ने कहा कि वह काफी चिंतित थे क्योंकि दिल्ली में सीएनजी की पहल के बीच में परिवहन आयुक्त का तबादला हुआ था. 


'तो वे हमें गंभीरता से लेना बंद कर देंगे'


दिल्ली के परिवहन मंत्री रहे अजय माकन ने कहा कि जब वह "राजनीतिक रूप से पैदा किए गए इस फैसले को प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये उजागर करना चाहते थे तो शीला दीक्षित ने उन्हें मना कर दिया. शीला दीक्षित ने कहा- हमारे असफल प्रयास के बारे में किसी को मत बताना. अधिकारियों को यह नहीं जानना चाहिए कि हमने कोशिश की और सफल नहीं हो सके. अगर अधिकारियों को पता चल गया तो वे हमें गंभीरता से लेना बंद कर सकते हैं.''


अजय माकन ने शीला दीक्षित की कही गई बातों को याद करते हुए कहा, "नए अधिकारी को बुलाओ. उन्हें बताएं कि मुख्यमंत्री की नियुक्ति से खुश हैं. सीएनजी के महत्व को उन्हें समझाएं और उन्हें चाय और पकौड़े के लिए आमंत्रित करें. ये अधिकारी किसी के साथ नहीं हैं. उनसे कुशलता से निपटें."


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