नई दिल्ली: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आए हुए दो हफ्ते हो गए हैं लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि कौन सी पार्टी सरकार बनाने जा रही है. राज्य में सत्ताधारी पार्टियां बीजेपी और शिवसेना गठबंधन सहयोगी होकर भी विरोधियों की तरह व्यवहार कर रही हैं. तो वहीं एनसीपी ने भी अभी पूरी तरह से अपने पत्ते नहीं खोले हैं. इस बीच कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा है कि अगर बीजेपी और शिवसेना महाराष्ट्र में सरकार नहीं बनाती हैं तो उनकी पार्टी और एनसीपी संयुक्त रूप से आगे की कार्रवाई का फैसला करेंगी.


महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा 21 अक्टूबर के चुनाव में कांग्रेस और एनसीपी को विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला था. चव्हाण ने कहा कि विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला और यही वजह है कि कांग्रेस का मानना है कि बीजेपी को सत्ता में नहीं होना चाहिए. नांदेड़ जिले में भोकर से नवनिर्वाचित विधायक ने कहा, ''पिछले पांच साल में राज्य को बहुत नुकसान हुआ है. किसान संकट में हैं...आर्थिक हालत ठीक नहीं है.'' उनकी पार्टी के शिवसेना नीत सरकार को समर्थन देने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर चव्हाण ने कहा कि अगर आने वाले दिनों में बीजेपी और शिवसेना सरकार नहीं बना पाती हैं तो कांग्रेस और एनसीपी साथ मिलकर मुद्दे पर फैसला लेंगी.


राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) लगातार कह रही है कि एनसीपी और कांग्रेस को विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है. बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए अब सिर्फ दो दिन का वक्त बचा है. 9 नवंबर तक नई सरकार हर हाल में बननी है, इसलिए महाराष्ट्र में हलचल तेज है.


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