Ram Mandir Inauguration: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को कांग्रेस नेता बीके हरिप्रसाद ने राजनीतिक कार्यक्रम करार दिया है. साथ ही उन्होंने अयोध्या में गोधरा कांड जैसी घटना होने का संदेह भी जताया है. 

कांग्रेस नेता ने कहा, "राम मंदिर का उद्घाटन कोई धार्मिक कार्यक्रम नहीं है, यह एक राजनीतिक कार्यक्रम है. अगर यह एक धार्मिक कार्यक्रम होता है तो हम लोग भी कार्यक्रम में शामिल होते. अगर यह धार्मिक कार्यक्रम होता तो इसमें गुरु लोग शामिल होते." उन्होंने कहा कि इस समारोह में राजनीति शामिल है, क्योंकि पीएम मोदी इसका उद्घाटन कर रहे हैं.


'धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं प्रधानमंत्री' 
बीके हरिप्रसाद ने कहा कि अगर यह धार्मिक प्रोग्राम होता तो इसमें हिंदू धार्मिक गुरु शंकराचार्य, उनके अनुयायी और दूसरे धार्मिक गुरु शामिल होते. हम लोग भी धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होते हैं, लेकिन यहां पर पीएम मोदी धार्मिक कार्यक्रम में आकर उद्घाटन कर रहे हैं. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए पूछा कि अमित शाह कौन से धार्मिक गुरु हैं?




अयोध्या जाने वालों को मिले कड़ी सुरक्षा
इस दौरान कांग्रेस नेता ने कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे कारसेवकों की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर कि और कहा, "जो लोग अयोध्या जा रहे हैं. सरकार को उन्हें कड़ी सुरक्षा देनी चाहिए, नहीं तो गोधरा कांड जैसी घटना हो सकती है, क्योंकि गोधरा में ऐसा ही वाकया हुआ था."

'कुछ भी कर सकती है बीजेपी'
कर्नाटक के कांग्रेस एमएलसी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, "किसी भी सरकार का मौलिक कर्तव्य अपने लोगों  जान और माल की रक्षा करना है. जब आप बीजेपी के इतिहास देखते हैं, आपको गोधरा और पुलवामा जैसी घटनाएं दिखाई देती हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी आदतन अपराधी है और वह कुछ भी कर सकती है." 


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