Charanjit singh channi delhi visit: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी फिर से सक्रिय दिख रहे हैं. सोमवार को उन्होंने कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने प्रियंका गांधी को हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की जीत की बधाई दी. इस मुलाकात की तस्वीरें उन्होंने खुद ट्वीट की हैं. इससे पहले उन्होंने आखिरी ट्वीट 26 जून को किया था. लंबे समय से वह राज्य की पॉलिटिक्स और सोशल मीडिया पर भी एक्टिव नहीं थे.


प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद चन्नी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मिले. इस मुलाकात की तस्वीर ट्वीट करते हुए कांग्रेस पार्टी ने कहा कि पंजाब के विकास के लिए हम सदा तत्पर रहे हैं, हमारा यह प्रयास आगे भी जारी रहेगा.'






चन्नी ने आज प्रियंका गांधी से मुलाकात की तस्वीर भी अपने ट्विटर अकांउट पर पोस्ट की. उन्होंने ट्वीट कर लिखा- प्रियंका जी को हिमाचल प्रदेश चुनाव में पार्टी की ऐतिहासिक जीत के लिए बधाइयां.' बता दें कि, कांग्रेस ने हाल ही में हुए हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को हरा दिया. कांग्रेस को इस राज्य में 40 सीटें मिलीं हैं, जो कि बहुमत से 5 ज्यादा थीं. हालांकि, गुजरात में कांग्रेस की फिर करारी हार हुई.


पंजाब में दोनों सीटों पर हारे थे चन्नी


इस साल फरवरी में हुए पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान चरणजीत चन्नी 2 सीटों पर खड़े हुए थे. हालांकि, आम आदमी पार्टी का जादू पंजाब में ऐसा चला कि चरणजीत चन्नी दोनों सीटों पर आप के कैंडिडेट से हार गए. एक और बड़ी बात यह थी कि चन्नी चुनाव से कुछ ही महीने पहले पंजाब के मुख्यमंत्री बनाए गए थे. कांग्रेस पार्टी ने उन्हें ही मुख्य चेहरा मानकर पंजाब विधानसभा चुनाव लडा था.


कांग्रेस को 18 सीटों से संतोष करना पड़ा


इस साल यानी कि 2022 में सात राज्यों में चुनाव हुए, उनमें से पंजाब ऐसा एकलौता राज्य था, जहां पर कांग्रेस सत्ता में थी. 2017 के चुनावों वाली पंजाब विधानसभा का कार्यकाल 27 मार्च 2022 को समाप्त हुआ, उससे पहले यहां 2022 के चुनाव परिणाम जारी हुए. 2022 के चुनावों में कांग्रेस को महज 18 सीटें मिलीं. यह उसकी सबसे बड़ी हार साबित हुई. आम आदमी पार्टी अकेले ही 92 सीटें जीत गई. शिअद को भी महज 4 सीटें मिलीं. 


इससे पहले 2017 के विधानसभा चुनाव में 117 सीटों वाले पंजाब में कांग्रेस 77 सीटें जीतकर दस साल के बाद सत्ता में लौटी थी, जबकि शिरोमणि अकाली दल-बीजेपी केवल 18 सीटों तक सिमट गया था और आम आदमी पार्टी 20 सीट जीतकर मुख्य विपक्षी दल बनी थी. अब सूबे में आम आदमी पार्टी की ही सरकार है.


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