नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल अगस्त में राम मंदिर का भूमि पूजन किया था. उस वक्त कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इसे ‘अशुभ मुहूर्त’ कहा था. लेकिन अब खुद उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए पीएम मोदी को लाखों रुपए का चेक काटकर भेजा है. जानिए उन्होंने कितनी राशि राम मंदिर निर्माण के लिए दान की है.


दिग्विजय सिंह ने कितने रुपए दान किए हैं?


राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने अयोध्या में भगवान राम के मंदिर निर्माण के लिए कल ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट’’ के नाम एक लाख 11 हजार 111 रूपए का चेक काटकर पीएम मोदी को भेजा है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया है कि मंदिर निर्माण के लिए दो दिन के अंदर करीब 100 करोड़ रुपए का दान मिल चुका है.


दिग्विजय ने न्यास के गठन पर जताया एतराज 


दिग्विजय सिंह ने मोदी को लिखे अपने पत्र में कहा है, ‘‘अयोध्या में भगवान राम के मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हम सभी ने स्वागत किया है किन्तु मंदिर निर्माण के लिये न्यास का जो गठन किया गया है उसमें सनातन धर्म के प्रमुख शंकराचार्यों में से किसी एक को भी सम्मिलित नहीं किये जाने पर मुझे एतराज रहा है. फिर भी मैं चाहूंगा कि अयोध्या में भगवान श्री राम का मंदिर निर्माण यथाशीघ्र हो.’’


उन्होंने आगे लिखा, ‘‘चूंकि मुझे जानकारी नहीं है कि मंदिर निर्माण हेतु दान करने के लिये कहां और किस बैंक के किस खाते में राशि जमा करनी है, इसलिये मैं मंदिर निर्माण में अपने योगदान स्वरूप ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट‘ के नाम का चेक इस पत्र के साथ संलग्न कर रहा हूं. आशा है, आप इसे उचित खाते में जमा करवा देंगे.’’


कुछ संगठन लाठी, बल्लम, तलवारें लेकर चंदा वसूल कर रहे हैं- दिग्विजय 


सिंह ने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद द्वारा इस साल 15 जनवरी से राम के मंदिर निर्माण हेतु 44 दिनों के राष्ट्रव्यापी चंदा अभियान की शुरूआत की गई है. इसके पहले से भी भगवान राम के मंदिर निर्माण हेतु अनेक ज्ञात और अज्ञात लोगों द्वारा देश के अनेक स्थानों पर चंदा एकत्रित करने का कार्य प्रारंभ किया जा चुका है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको यह भी अवगत कराना चाहता हूं कि कुछ संगठन बहुत बड़े पैमाने पर लाठी, बल्लम, तलवारें लेकर मंदिर निर्माण के लिये चंदा वसूल कर रहे हैं. चंदा एकत्रित करने के लिये हथियार लेकर किसी एक समुदाय के खिलाफ भड़काने वाले नारे लगाना मेरी समझ से किसी धार्मिक अनुष्ठान या क्रियाकलाप का हिस्सा नहीं हो सकते. सनातन धर्म का तो कदापि नहीं.’’


सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में इसकी वजह से तीन अप्रिय घटनाएं हो चुकी हैं और इससे सामाजिक ताने-बाने को क्षति पहुंची है. अन्य स्थानों पर भी ऐसी घटनाओं की सूचनाएं मिल रही है. मुझे जानकारी नहीं है कि इन लोगों को न्यास ने चंदा वसूल करने के लिये अधिकृत किया या नहीं? अथवा वे चंदे की रसीदें भी लोगों को दे रहे है या नहीं? उन्होंने कहा, ‘‘आप देश के प्रधानमंत्री है. आप भलीभांति जानते हैं कि राम मंदिर के निर्माण कार्य में अन्य धर्म के लोगों का कोई विरोध नहीं है. यह आपकी जिम्मेदारी है कि भगवान राम के मंदिर निर्माण के नाम पर चन्दा एकत्रित करने का जो कार्य हो रहा है वह सौहार्दपूर्ण वातावरण में हो.’’


चंदे का लेखा-जोखा जनता के सामने पेश करे विश्व हिन्दू परिषद- दिग्विजय


सिंह ने प्रधानमंत्री से मांग करते हुए लिखा, ‘‘आप ऐसे संगठनों को मंदिर निर्माण का चंदा एकत्रित करने से तत्काल रोंकें, जो अन्य धर्म के लोगों के खिलाफ नारेबाजी करके हथियारों को लेकर चंदा एकत्रित कर रहे हैं. आप देश की सभी राज्य सरकारों को भी यह निर्देश दें कि वे इस तरह की अप्रिय घटनाओं को अपने राज्य में होने से रोकें.’’ उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि पूर्व में भी विश्व हिन्दू परिषद द्वारा राम मंदिर के नाम से चंदा एकत्रित किया गया था. मैं आपसे यह भी अनुरोध करूंगा कि आप विश्व हिन्दू परिषद को पूर्व में एकत्रित किये गये चंदे का लेखा-जोखा आम जनता के समक्ष प्रस्तुत करने के लिये बाध्य करें.’’


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