दिग्विजय सिंह बोले- जितने भी हिंदू धर्म वाले आतंकवादी पकड़े गए, सभी के RSS से संबंध रहे हैं
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि जितने भी हिंदू धर्म वाले आतंकवादी पकड़े गये हैं सभी संघ के कार्यकर्ता रहे हैं. सिंह के इस बयान पर आरएसएस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) पर एक बार फिर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जितने भी हिंदू धर्म वाले आतंकवादी पकड़े गये हैं सभी संघ के कार्यकर्ता रहे हैं. सिंह के इस बयान पर आरएसएस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. संघ नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि भगवा आतंकवाद कहकर कांग्रेस ने पहले पाप किया. उसने कई केस में नाम दिए. अब आतंकवाद से जोड़कर ऐसा तो नहीं की पार्टी दंगा भड़काना चाहती है और सांप्रदायिकता फैलाना चाहती है?
उन्होंने महात्मा गांधी की हत्या से आरएसएस के कथित संबंधों पर कहा कि 12 जुलाई 1949 को आरएसएस पर से प्रतिबंध हटा दिया गया था. तब कांग्रेस के जवाहर लाल नेहरू का मानना था कि आरएसएस का गांधी की हत्या से कोई संबंध नहीं है.
दिग्विजय के बयान को कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री सलमान खुर्शीद ने सही ठहराया है. वहीं गृह मंत्रालय के पूर्व अवर सचिव आरवीएस मणि ने सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने हिंदू आतंकवाद की झूठी कहानी गढ़ी थी और जिससे असली आतंकी बचने में सफल हो गए.
क्या कुछ बोले दिग्विजय? मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने झाबुआ में कहा, ''जितने भी हिंदू धर्म वाले आतंकवादी पकड़े गये हैं. सब संघ के कार्यकर्ता रहे हैं. महात्मा गांधी की हत्या करने वाला शख्स नाथूराम गोडसे भी आरएसएस से जुड़ा रहा है. यह विचारधारा नफरत फैलती है, नफरत हिंसा की ओर ले जाती है, जो आतंकवाद की ओर ले जाती है.''
Jitne bhi Hindu dharm wale aatankwadi pakde gaye hain sab Sangh ke karyakarta rahe hain. Nathu Ram Godse, the man who killed Mahatma Gandhi, was also part of RSS. This ideology spreads hate, hate leads to violence, which leads to terrorism: Digvijay Singh,Cong in Jhabua,MP (17.6) pic.twitter.com/9QKHJ1TVmS
— ANI (@ANI) June 18, 2018
दिग्विजय के बयानों का सलमान खुर्शीद ने बचाव किया है. उन्होंने कहा, ''उन्होंने (दिग्विजय सिंह) अल्पसंख्यक उग्रवाद का विरोध किया है और कहा कि सभी तरह का उग्रवाद खराब है. जो उन्होंने कहा है, उसका सामान्यीकरण करने के बजाय हम सभी को संदर्भ में समझना चाहिए और सोचना चाहिए कि वे एक समुदाय या संगठन के खिलाफ बोल रहे हैं.''
Ideologically Digvijay Singh has very strong views. He has opposed minority extremism & said that every kind of extremism is bad. We must contextualise what he said rather than generalise it & think he is saying it against one community or organisation: Salman Khurshid, Congress pic.twitter.com/cmC7FYnjZi
— ANI (@ANI) June 19, 2018
आरवीएस मणि क्या बोले? वहीं गृह मंत्रालय के पूर्व अवर सचिव आरवीएस मणि ने कहा, ''हिंदू आतंकवाद के नाम पर सरकारी संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने असली आतंकियों को बचाया. समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट के आरोपी आरिफ कासमानी, मक्का मस्जिद ब्लास्ट के आरोपी बिलाल भागने में सफल रहे थे. दिग्विजय सिंह का राजनैतिक एजेंडा समझ नहीं आया, लेकिन हिंदू आतंकवाद जैसी कोई बात नहीं थी.''
In name of Hindu terror,using govt resources,he saved real terrorists. Arif Qasmani, Samjhauta Express blast accused, escaped. In Mecca Masjid blast case, Bilal escaped. Don't know his political agenda but there's no Hindu terror: RVS Mani, MHA former Under Secy on Digvijay Singh pic.twitter.com/RbpbXAheIL
— ANI (@ANI) June 18, 2018
मणि ने कहा, ''मैंने पहले भी कहा है कि साल 2010 तक हिंदू आतंकवाद को लेकर उन्हें कोई आधिकारिक जानकारी नहीं थी. मैंने एक किताब लिखी है, जिसमें मैंने साफ किया है कि किस तरह दिग्विजय सिंह ने हिंदू आतंकवाद की नींव रखी और इसे फैलाया.''
पिछले दिनों दिग्विजय सिंह ने 'हिंदू आतंकवाद' पर दिये गये कथित बयानों पर सफाई दी थी. उन्होंने कहा था, ''आपके पास गलत सूचना है कि दिग्विजय सिंह ने हिंदू आतंकवाद की बात कही है. मैंने हमेशा संघी आतंकवाद की बात की है.'' कांग्रेस की समन्वय समिति के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने कहा था कि लोग मुझपर आरोप लगाते हैं कि मैं मुस्लिम परस्त हूं, हिन्दू विरोधी हूं. मैं पूछना चाहता हूं की एक बीजेपी नेता ऐसा बता दे जिसने नर्मदा, ओंकारेश्वर और गोवर्धन परिक्रमा की हो या एकादशी का व्रत रखा हो. बीजेपी धर्म की राजनीति करती है. धर्म के नाम पर पैसा बटोरना और नफरत फैलाना ही काम है.
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