Gaurav Pandhi On Atal Bihar Vajpayee: साल 1924 में आज ही के दिन भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म हुआ था. तमाम राजनेताओं ने 'सदैव अटल' (Delhi) जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी सोमवार (26 दिसंबर) को अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि स्थल पर जाएंगे. इसी बीच कांग्रेस के सीनियर नेता ने वाजपेयी को लेकर ट्विटर पर तल्ख टिप्पणी की है.


कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के कोर्डिनेटर और कांग्रेस नेता गौरव पांधी ने अटल बिहारी वाजपेयी को जयंती के दिन ही अंग्रेजों का जासूस बता दिया. गौरव पांधी ने ट्विटर पर लिखा, "1942 में, आरएसएस के अन्य सभी सदस्यों की तरह, अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत छोड़ो आंदोलन का बहिष्कार किया और आंदोलन में भाग लेने वालों के खिलाफ एक ब्रिटिश मुखबिर के रूप में काम किया."


'वाजपेयी ने भीड़ को भड़काया'


गौरव पांधी यहीं नहीं रुके, उन्होंने ट्विटर पर आगे लिखा, "नेली हत्याकांड हो या बाबरी विध्वंस, वाजपेयी ने भीड़ को भड़काने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई... ये एक कारण है कि आज बीजेपी नेता हमेशा मोदी की तुलना गांधी, पटेल या अन्य कांग्रेस नेताओं से करते हैं न कि सावरकर, वाजपेयी या गोलवलकर से... वे सच्चाई जानते हैं!"






सोशल मीडिया यूजर्स क्या बोले?


गौरव पांधी के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स कमेंट कर रहे हैं. @Shyantsao नाम के यूजर ने लिखा, "कोई शक नहीं, लेकिन सवाल यह है कि 2014 से पहले ये तथ्य कहां थे? अगर उन्होंने नेल्ली जैसा घोर पाप किया था तो फिर कांग्रेस ने उनका विरोध क्यों नहीं किया? कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? और गांधी सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभी भी उनका सम्मान क्यों करते हैं?"


'मैं पूरी तरह से असमहत हूं'


निशत खान नाम के यूजर ने लिखा, "मैं पूरी तरह असहमत हूं... किसी चीज की महज सदस्यता किसी व्यक्ति की संपूर्णता को नहीं ढक देती... #AtalBihariVajpayeeJi एक महान व्यक्ति थे - #पंडितनेहरू ने भी उनकी प्रशंसा की थी.." एमवी सक्सेना ने लिखा, "आज की पीढ़ी के सामने सवाल देश की रक्षा का है. वे सरकार का चुनाव कर रहे हैं न कि जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया... कांग्रेस सरकार ने इतिहास से छेड़छाड़ की थी."


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