G-20 Summit: कांग्रेस ने जी 20 की अध्यक्षता भारत को मिलने के बाद बुधवार (17 नवंबर) को दावा किया कि ‘दुनिया के सबसे बड़े इवेंट मैनेजर’ अगले साल भारत में होने वाली शिखर सम्मेलन बैठक का इस्तेमाल असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए करेंगे और 2024 के लोकसभा चुनाव में फायदा उठाने की कोशिश करेंगे.


कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, 19 बड़ी अर्थव्यवस्थाओं और यूरोपीय संघ वाले जी20 समूह की स्थापना 1999 में हुई. 2008 के बाद से बारी-बारी हर सदस्य देश में वार्षिक शिखर बैठक का आयोजन होता है.


असल मुद्दों से ध्यान भटकाएंगे 


कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश के अनुसार, हर देश को मेजबानी का मौका मिलता है और भारत को भी 2023 में इस शिखर बैठक की मेजबानी का मौका मिलेगा. इसका भी उसी तरह स्वागत होगा जैसे कि पहले की शिखर बैठकों का हुआ है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए दावा किया, ‘‘नई दिल्ली में 1983 में Non-Alignment शिखर बैठक हुई थी जिसमें 100 से अधिक देश शामिल हुए थे. दुनिया के सबसे बड़े इवेंट मैनेजर 2023 की शिखर बैठक का उपयोग असल मुद्दों से ध्यान भटकाने और अगले लोकसभा में चुनाव फायदा उठाने के लिए करेंगे."




भारत जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा


इंडोनेशिया ने बुधवार (17 नवंबर) को बाली शिखर सम्मेलन के समापन के साथ ही अगले एक साल के लिए भारत को जी20 की अध्यक्षता सौंपी. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने प्रधानमंत्री मोदी को जी 20 की अध्यक्षता सौंपी. भारत अगले साल 2023 में एक दिसंबर से औपचारिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा.


मेजबानी पर क्या बोले पीएम मोदी


भारत जी 20 की अध्यक्षता की जिम्मेदारी ऐसे समय पर ले रहा है, जब पूरा विश्व आर्थिक चुनौतियों, जियो पॉलिटिक्स संघर्ष और कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है. ऐसे समय पर विश्व जी 20 की ओर आशा की नजर से देखता है. पीएम मोदी ने कहा, "भारत की जी 20 अध्यक्षता एक्शन ओरिएंटेड होगी. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश होगी जी20 अगले एक साल में नए विचारों की परिकल्पना के लिए और सामूहिक विचारों को गति देने के लिए एक ग्लोबल प्राइम मूवर की तरह काम करें". 


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