Rahul Gandhi: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव के सी वेणुगोपाल (KC Venugopal) ने पार्टी नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में निकाली गई भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) को लेकर कई बातें लोगों के सामने रखीं. राहुल गांधी की प्रतिबद्धता की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि यात्रा की शुरुआत में ऐसी भी स्थिति आई थी राहुल के घुटने की परेशानी गंभीर हो गई थी. स्थिति ऐसी हो गई थी कि किसी और को यात्रा का नेतृत्व देने पर विचार किया जा रहा था.
राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस की कन्याकुमारी से कश्मीर भारत जोड़ो यात्रा सफलतापूर्वक समाप्त हो गई है. कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने खुलासा किया है कि शुरुआत में यह बहुत आसान नहीं था. तीसरे दिन जब यात्रा केरल में थी तब राहुल गांधी को घुटने में जबरदस्त दर्द हुआ था. घुटने का दर्द इतना गंभीर था कि उन्होंने उनके बिना यात्रा जारी रखने का सुझाव भी दिया. इस दौरान प्रियंका गांधी का भी फोन आया था.
गंभीर था घुटने का दर्द
वेणुगोपाल ने कहा कि कन्याकुमारी से यात्रा शुरू होने के तीसरे दिन जब यात्रा केरल में प्रवेश कर रही थी, तब उनके घुटने का दर्द बढ़ गया था. उन्होंने वेणुगोपाल को भी घुटने के दर्द की गंभीरता बताने के लिए देर रात फोन किया था. इसके बाद राहुल गांधी के घुटनों में दर्द की गंभीरता के बारे में बताने के लिए प्रियंका गांधी का फोन आया. उन्होंने अन्य वरिष्ठ नेताओं को अभियान सौंपने का सुझाव देने के बारे में भी सोचा क्योंकि आगे इतनी बड़ी यात्रा को पूरा करना था.
136 दिनों में 4,000 किमी चली यात्रा
कांग्रेस नेता ने कहा कि राहुल गांधी की तरफ से सुझाए गए एक फिजियोथेरेपिस्ट यात्रा में शामिल हुए और उनके इलाज से दर्द ठीक हो गया. राहुल गांधी ने खुद केरल में अपने घुटने की समस्या के बारे में पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान बात की और कहा कि जब भी उन्हें यह मुश्किल होती है तो उन्होंने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता का सहारा लिया. भारत जोड़ो यात्रा ने 75 जिलों, 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में 136 दिनों में 4,000 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय की थी.
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