नई दिल्ली: चुनावी मौसम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने अयोध्या के राम मंदिर और बाबरी मस्जिद पर ऐसा बयान दिया जिसपर नये सिरे से सियासी हंगामा शुरू हो गया है. उन्होंने दिल्ली में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) द्वारा आयोजित मुशायरा ''एक शाम बाबरी मस्जिद के नाम" में कहा कि 6 दिसम्बर 1992 (बाबरी मस्जिद ढहाने का दिन) को जो पाप हुआ उसको हम नहीं रोक सके लेकिन अब हमें इस तरह के पापों को रोकना होगा.


अय्यर ने कहा, ''हम कहते हैं कि मंदिर आप जरूर बनाइए अगर आप चाहते हैं तो. लेकिन आप कैसे कह सकते हैं कि मंदिर वहीं बनाएंगे? मंदिर वहीं बनाने का क्या मतलब है? दशरथ बहुत बड़े महाराजा थे. कहा जाता है कि उनके महल में 10 हजार कमरे थे. तो कौन जानता है कि कौन सा कमरा कहां था. इसलिए यह कहना कि हम सोचते हैं कि भगवान राम यहीं पैदा हुए थे तो इसलिए यहीं बनाना है. क्योंकि पहले वहां मस्जिद है और वहां हम मंदिर बनाएंगे. हम ये कहें कि अल्लाह में भरोसा रखना कोई गलत चीज है एक हिन्दुस्तानी के लिए.''


बयानबाजी की वजह से कभी कांग्रेस से निलंबित किये जा चुके मणिशंकर अय्यर ने आगे कहा कि सवाल ये नहीं कि ये किसकी जमीन है सवाल ये है कि जो भारत का मुसलमान है वो इज़्ज़त के साथ यहां रह सकता है या नहीं? कितना भी दुख हो लेकिन 6 दिसम्बर 1992 को हुआ उस दुख को नहीं भूलिए. हम भारतीय नहीं है क्योंकि हम हिन्दू या मुसलमान हैं.


अय्यर ने कहा कि यहां दुनिया की दूसरी आबादी मुसलमानों की हैं. बंटवारा हुआ तो मुसलमानों का बंटवारा नहीं हुआ होता तो 60 करोड़ मुसलमानों की आवाज कौन दबा सकता. बंटवारे के बाद भी मुसलमानों ने भारत के प्रति अपनी वफादारी दिखाई लेकिन आज के दिन प्रश्नचिन्ह लगा देना इससे बड़ा पाप नहीं है. भारत आगे बढ़ रहा है क्योंकि हम सबको समान समझते हैं.


कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि बाबरी मस्जिद को गिराने से हिन्दू मुस्लिम भाईचारे को तोड़ा गया और कौमी एकता पर आक्रमण किया गया. वो शक्तियां जो सेक्युलरिस्म में भरोसा नहीं रखती वे सत्ता में हैं और पिछले 5 साल में उन्होंने इसका दुरुपयोग किया है.


बीजेपी के नेता प्रेम शुक्ला ने इसपर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि राम मंदिर पर कांग्रेस ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है. वह हिंदुओं का विरोध करती है. ध्यान रही कि कांग्रेस राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करने की बात करती है.


पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने वाले मणिशंकर अय्यर की कांग्रेस में वापसी


पहले भी विवादों में रहे हैं अय्यर
पहली बार नहीं है जब मणिशंकर अय्यर ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने 2014 लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ 'चायवाला' बयान दिया था. उन्होंने कांग्रेस की बैठक को लेकर कहा था कि ''अगर मोदी यहां चाय बेचने आते हैं तो कांग्रेस उनका स्वागत करेगी.''


मणिशंकर अय्यर ने गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर विवादित बयान दिया था. उन्होंने मोदी को नीच कहा था. जिसे बीजेपी ने चुनाव में खूब भुनाया. हालांकि राहुल गांधी ने अय्यर को फटकार जरूर लगाई और उन्हें निलंबित कर दिया गया. लेकिन कुछ दिनों बाद फिर से उन्हें पार्टी में वापस ले लिया गया.


मैंने 2014 से पहले सोचा नहीं था कि मोदी कभी PM बनेंगे: मणिशंकर अय्यर