नई दिल्ली: कांग्रेस ने डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक पुराने ट्वीट की याद दिलाई और सवाल किया कि क्या अब बीजेपी और रुपये में नीचे गिरने की होड़ लगी हुई है. पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, '23 जनवरी, 2013 को गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा था कि कांग्रेस और रुपये में होड़ लगी है कि कौन कितना नीचे गिरता है. आज रुपये में रोजाना गिरावट आ रही है. वह 69 रुपये तक पहुंच गया है. हम प्रधानमंत्री से पूछना चाहते हैं कि क्या यह बात सही नहीं है कि बीजेपी और रुपये में स्पर्धा चल रही है. यह स्पर्धा इस बात की है कि दोनों में कौन ज्यादा नीचे गिरेगा.'


एक साल में 70 लाख नौकरियां पैदा करने के प्रधानमंत्री के बयान पर तिवारी ने कहा, प्रधानमंत्री ने दावा किया कि पिछले वित्त वर्ष में 70 लाख नई नौकरियां सृजित हुई. ईपीएफओ के संशोधित डेटा के मुताबिक नए आंकड़े प्रधानमंत्री की ओर से दिए गए आंकड़े से काफी कम है. या तो प्रधानमंत्री का आंकड़ा गलत है या फिर लोगों की नौकरियां चली गई हैं.


उन्होंने कहा, 'आरबीआई डेटा से पता चलता है कि बैंकों में पैसा जमा कराए जाने में कमी आई है. यह सब बैंकिंग व्यवस्था के कुप्रबंधन की वजह से हो रहा है. बैंकिंग व्यवस्था में लोगों का विश्वास कम हो रहा है. सामाजिक अस्थिरता और विकास साथ साथ नहीं चल सकते. एक साल में नौ राज्यों में लिंचिंग की 27 घटनाएं हुई हैं. एनडीए सरकार से पहले इस तरह की घटनाएं नहीं होती थीं. जब तक सामाजिक अस्थिरता रहेगी तब तक कोई आर्थिक विकास नहीं हो सकता.


खेलों में सट्टेबाजी को टैक्स के माध्यम से कानूनी हैसियत देने संबंधी विधि आयोग की सिफारिश पर तिवारी ने कहा, 'जब खेल में सट्टेबाजी में क़ानूनी मान्यता देंगे तो खेलों पर बुरा असर होगा और देश में पान की हर दुकान जुए का अड्डा बन जाएगी. समाज पर इसका बहुत घातक असर होगा. क्या यह सरकार पान की हर दुकान को जुए का अड्डा बनाना चाहती है? उन्होंने कहा, हम खेलों में सट्टेबाजी को लागू नहीं करने देंगे.