चंडीगढ़: पुलवामा आतंकवादी हमले पर अपनी टिप्पणी को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे पंजाब सरकार में मंत्री और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने सफाई दी है. उन्होंने साफ-साफ कहा कि पुलवामा हमले में जो दोषी हैं उन्हें ऐसी सजा मिले कि दुनिया इसे एक नज़ीर की तरह पेश करे. सिद्धू ने कहा कि दोषियों को चौराहे पर सजा मिलनी चाहिए. हालांकि उन्होंने युद्ध नहीं करने की पैरवी की.


'कुछ लोगों के कृत्य के लिए क्या पूरे देश को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है' वाले बयान पर सिद्धू ने कहा कि कोई भी नहीं हो सकता जिसे देश से प्यार नहीं हो. पंजाब के गर्धीवाला में उन्होंने आज एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ''कोई बुजदिल अगर पीठ पीछे गोली मारता है तो उसे खत्म कर दो, उसे चौराहे पर सजा दो. ऐसा एक उदाहरण पेश करो कि कोई ऐसी घिनौनी हरकत न करे.''


सिद्धू ने मैथिलीशरण गुप्त की कविता का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, '''जो भरा नहीं है भावों से. बहती जिसमें रसधार नहीं. वह हृदय नहीं है पत्थर है. जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं.' और हमें भी है. क्या लड़ाई दो साल के बच्चों से हो सकती है. किसी मेहनती से सिख की लड़ाई हो सकती है? किसी 90 साल के बुजुर्ग से हमारी लड़ाई हो सकती है? मरता कौन है और करता कौन है? जो करता है वह खुला घूमता है. उसे किसने रिहा किया था? जो दोषी है उसे सजा दो. लेकिन मैं यह हजार बार कहूंगा की युद्ध नहीं हो. मेरी दुश्मनी दो साल के बच्चों से नहीं है.''





नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को और आज पंजाब में शहीदों के परिजनों से मुलाकात की. पुलवामा के 40 शहीदों में चार पंजाब से हैं. शहीदों को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई.





आपको बता दें कि पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है, जिसमें उन्होंने पुलवामा आतंकी हमले को लेकर कहा था कि कुछ लोगों के कृत्य के लिए क्या पूरे देश को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है.


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कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि नवजोत सिंह सिद्धू से सोनी टीवी ने कॉन्ट्रैक्ट कैंसिल कर दिया है. सिद्धू द कपिल शर्मा शो में लंबे समय से जज की भूमिका में रहे हैं. शिरोमणि अकाली दल ने शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से सिद्धू को निष्कासित करने की मांग की.


नवजोत सिद्धू ने शनिवार को कहा था, ‘‘ जब एक सियासतदान दौरे पर होता है तो पूरे शहर को बंद कर दिया जाता है, लेकिन जब तीन हजार जवान जा रहे थे तो उचित सुरक्षा इंतजामों का ख्याल क्यों नहीं रखा गया?’’ सिद्धू ने कहा, ‘‘ इसका स्थायी हल होना चाहिए. क्यों हमारे जवान हमेशा अपनी जान गंवाते हैं? इसके लिए कुछ उपाय किये जाने चाहिए ताकि यह दोबारा नहीं हों.’’


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सिद्धू ने कहा, ‘‘ जब वह (मोदी) पाकिस्तान से लौटे तो पठानकोट आतंकवादी हमला हुआ. जब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी वहां गए तो करगिल हुआ. जब मैं वहां से लौटा तो उन्होंने करतारपुर का समर्थन किया. उस वक्त लोग मुझ पर हंसे और यही लोग वहां गए थे.’’ सिद्धू ने कहा, ‘‘ मेरे बयान को तोड़ा-मरोड़ा गया. सिर्फ एक लाइन दिखाई गई. यह (बयान) पूरा नहीं दिखाया गया क्योंकि बहुत सारे लोग डरते हैं.’’