Pramod Tiwari on Shashi Tharoor Remark: आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सबसे बड़ी पार्टी बनने का दावा करने वाले कांग्रेस सांसद शशि थरूर के बयान से कांग्रेस सहमत नहीं है. कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने सोमवार (15 जनवरी) को थरूर के उस बयान के एक हिस्से पर जरूर सहमति जताई, जिसमें उन्होंने घटक दलों का साथ छोड़ने की बात कही.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कांग्रेस सांसद तिवारी ने थरूर के बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि विपक्ष को 2014 के लोकसभा चुनावों में 68 फीसदी वोट हासिल हुए थे, जबकि साल 2019 के आम चुनाव में यह मत प्रतिशत 62 फीसदी रिकॉर्ड हुआ था. बावजूद इसके विपक्ष हार गया था.
'बीजेपी को मिले थे सिर्फ 37.8 फीसदी वोट'
तिवारी ने 62 फीसदी वोट हासिल होने के बाद भी हार जाने के कारण बताते हुए कहा कि चुनाव में इन वोटों का बंटवारा हो गया था. बीजेपी को मात्र 37.8 फीसदी वोट प्राप्त हुआ था, जबकि 62 प्रतिशत मतदान उसके खिलाफ हुआ था. इसको अगर एक कर दिया जाएगा तो नतीजे बिल्कुल अलग ही आएंगे.
'घटक दल का हिस्सा नहीं बनने वालों से भी नहीं पड़ेगा फर्क'
उन्होंने यह भी कहा कि 62 फीसदी में अगर 5 से 7 फीसदी वोट पर्सेंटेज उनकी वजह से नहीं मिलता, जोकि घटक दल के हिस्सा नहीं बनते हैं तो भी आगामी 2024 लोकसभा चुनावों में इंडिया गठबंधन को 55 फीसदी वोट हासिल हो सकता है. इस तरह से भारतीय जनता पार्टी चुनावों में सिमट जाएगी. इस सबको लेकर ही पूरी कवायद की जा रही है.
उधर, शशि थरूर ने यह भी दावा किया था कि इस बार के आम चुनाव में बीजेपी को पिछली बार से कम सीटें मिलेंगी, लेकिन उनकी सीटों की संख्या कम होगी.