Wayanad Election: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जल्द ही संसद में नजर आ सकती हैं. राहुल गांधी ने फैसला किया है कि वह वायनाड सीट छोड़ रहे हैं, जहां अब होने वाले उपचुनाव में प्रियंका मैदान में होंगी. बीजेपी भी इस पूरे घटनाक्रम पर नजर रख रही है. बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा है कि प्रियंका गांधी को केरल की वायनाड सीट पर सीपीआई से विरोध का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने बताया है कि बीजेपी ने प्रियंका को घेरने के लिए क्या प्लान बनाया है. 


राजनीतिक डिबेट में हिस्सा लेने न्यूज 24 पहुंचे शहजाद पूनावाला ने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में वाराणसी और वडोदरा से चुनाव लड़ा था तो दोनों जगहों की जनता को मालूम था कि वह एक सीट छोड़ेंगे. वडोदरा की जनता को धोखे में नहीं रखा गया था. हालांकि, वायनाड की जनता को 26 अप्रैल तक नहीं बताया गया कि राहुल गांधी दो जगह से चुनाव लड़ने वाले हैं. राहुल पहले अमेठी को भूल गए और फिर वायनाड पहुंचे. अब वह वायनाड को भूल रहे हैं. सीपीआई नेता एनी राजा ने भी ये बातें पहले ही बता दी थीं. 


राजनीतिक विरासत को लेकर राहुल ने रुख किया साफ


बीजेपी प्रवक्ता ने इशारों-इशारों में कहा कि कांग्रेस परिवार में फूट देखने को मिल सकती है. उन्होंने कहा कि पारिवारिक कंपनी की तरफ से फैसला किया गया है कि तीसरे सदस्य को भी संसद में भेजना है. ये उनका मामला है, लेकिन वायनाड की जनता को धोखे में नहीं रखना चाहिए था. उन्होंने कहा कि भाई ने बहन को बता दिया है कि राजनीतिक विरासत बेटे के पास ही रहने वाली है. बहन को लेफ्ट से उलझने के लिए केरल भेज दिया गया है. अब भाई खुद को चैंपियन के तौर पर पेश कर रहे हैं. अब वह खुद को पीएम के तौर पर रखने की कोशिश कर रहे हैं. 


रॉबर्ट वाड्रा के बयान का शहजाद पूनावाला ने दिया हवाला


बीजेपी की रणनीति के बारे में बात करते हुए पूनावाला ने इशारा किया कि इस सीट पर पार्टी को ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं होगी. वह अंदरुनी कलहों पर जोर देते हुए कांग्रेस के भीतर हो रहे घटनाक्रम का जिक्र करते रहे. उन्होंने कहा कि हर किसी का मानना है कि भाई के मुकाबले बहन की हिंदी पर पकड़ अच्छी है. रॉबर्ट वाड्रा का भी स्टेटमेंट आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि वह पहले ही बता चुके थे कि प्रियंका गांधी सिर्फ प्रचार नहीं करेंगी, बल्कि वह संसद भी जाएंगी. 


उन्होंने कहा कि कांग्रेस के जिन पांच लोगों ने प्रियंका को संसद भेजने का प्लान बनाया है, उसमें से तीन गांधी परिवार के सदस्य हैं. ये कांग्रेस की सामंतवादी सोच है. वायनाड को सेफ सीट मानकर प्रियंका को वहां भेजा गया है. 


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