कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विवादित नए कृषि कानूनों को लेकर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि इस कानून से देश के किसानों की खेती छीन जाएगी, छोटे व्यापारी बर्बाद हो जाएंगे और इससे फायदा सिर्फ देश के दो उद्योगपतियों को होगा. राहुल गांधी ने कहा कि सरकार सिर्फ उन उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए ही यह कानून लेकर आई है. इसके साथ ही, राहुल गांधी उन दिनों कानूनों के कंटेंट के बारे में विस्तार से लोकसभा में समझाया.


कांग्रेस नेता ने कहा कि पहले कानून का कंटेंट है कि कोई भी व्यक्ति देश में कहीं भी कितना भी अनाज, सब्जी, फल खरीद सकता है. अगर अनाज की खरीद अनलिमिटेड होगी तो मंडी में कौन खरीद करेगा. इसका लक्ष्य मंडी को खत्म करने का है.


उन्होंने कहा कि दूसरा कानून का कंटेंट बड़े से बड़े उद्योगपति जितना भी अनाज, फल, सब्जी स्टोर करना चाहते हैं वो कर सकते हैं स्टोर. दूसरे कानून के चलते आवश्यक वस्तुओं की अनलिमिटेड तरीके से हिन्दुस्तान में जमाखोरी शुरू हो जाएगा.


जबकि तीसरा कानून है- जब एक हिन्दुस्तान का किसान सबसे बड़े उद्योगपति के सामने जाकर अपने फल और सब्जी के लिए दाम मांगे तो उसे अदालत में नहीं जाने दिया जाएगा.


राहुल गांधी ने कहा कि नए कानून से ठेले, छोटे व्यापारियां का नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि आज हिन्दुस्तान की 40 फीसदी आबादी हिन्दुस्तान का अनाज रखता है. यह 40 लाख करोड़ का धंधा है और हिन्दुस्तान की 40 फीसदी आबादी इस पर जीती है. ऐसे में अगर एक व्यक्ति को पूरे देश का अनाज स्टोरे करने की इजाजत दे दी गई तो उसके बाद किसान से कम दाम में अनाज की खरीद होगी और ज्यादा कीमत पर उन किसानों को अनाज बेचा जाएगा.


गौरतलब है कि इससे पहले कृषि कानूनों पर आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि कृषि सुधारों को लेकर यह कानून लाया गया है. उन्होंने कहा था कि विपक्ष इन कानूनों को लेकर बेवजह विरोध कर लोगों को भड़की रही है. नए कृषि कानून केन्द्र सरकार की तरफ से पिछले साल सितंबर महीने में लोकसभा से पास कराया गया था. लेकिन उसके बाद से इसको लेकर विरोध चल रहा है.


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