राहुल गांधी का केंद्र पर निशाना, बोले- वैक्सीनेशन से ही काबू में आएगी महामारी, पर सरकार को इसकी परवाह नहीं
महामारी के दौरान में लगातार मोदी सरकार पर सवाल उठा रहे राहुल ने इस बार वैक्सीनेशन को लेकर सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा है कि वैक्सीनेशन ही महामारी को काबू में करने की चाबी है, लेकिन लगता है भारत सरकार को इसकी परवाह नहीं.
नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. महामारी के दौरान में लगातार मोदी सरकार पर सवाल उठा रहे राहुल ने इस बार वैक्सीनेशन को लेकर सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा है कि वैक्सीनेशन ही महामारी को काबू में करने की चाबी है, लेकिन लगता है भारत सरकार को इसकी परवाह नहीं.
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट के साथ एक ग्राफ भी शेयर किया है, जिसमें रोजाना होने वाले टीकाकरण की संख्या में कथित गिरावट दिखाई गई है. ग्राफ 1 अप्रैल से 20 मई तक का है, जिसमें कथित तौर पर वैक्सीनेशन की रफ्तार मे गिरावट दिखाई गई है.
Vaccination is the key to controlling the pandemic but GOI doesn’t seem to care. pic.twitter.com/iazLYEXHY3
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 24, 2021
रविवार को राहुल गांधी ने गंगा में बहते शवों को लेकर केंद्र पर हमला बोला था. उन्होंने ट्वीट में लिखा था, "मुझे शवों के फ़ोटो साझा करना अच्छा नहीं लगता। देश-दुनिया फ़ोटो देखकर दुखी है लेकिन जिन्होंने मजबूरी में मृत प्रियजनों को गंगा किनारे छोड़ दिया, उनका दर्द भी समझना होगा- ग़लती उनकी नहीं है. इसकी ज़िम्मेदारी सामूहिक नहीं, सिर्फ़ केंद्र सरकार की है!"
पी चिदंबरम ने केंद्र पर साधा निशाना
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने दिल्ली समेत कुछ राज्यों में 18 से 44 साल के बीच के आयुवर्ग के लोगों के लिए टीकाकरण रुक जाने का हवाला देते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘दिल्ली और तेलंगाना के बाद महाराष्ट्र ने टीकों की कमी का हवाला देते हुए 18 से 44 आयु वर्ग के टीकाकरण को निलंबित कर दिया है. फिर भी, केंद्रीय गृह मंत्री या गृह मंत्रालय ने टीकों की किसी भी कमी से इनकार किया है.’’
पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम ने कहा, ‘‘खबरों के मुताबिक, ऐसा प्रतीत होता है कि भारत के दर्जनों जिलों में व्यावहारिक रूप से कोई टीकाकरण नहीं है, लेकिन जिलेवार आंकड़े प्रकाशित नहीं होते हैं. सरकार के इनकार और बेरुखी के शिकार वे लोग हैं जो अपने टीकाकरण की बारी का इंतजार कर रहे हैं.’’
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