कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को पुडुचेरी में मछुआरों को संबोधित करते हुए उन्हें 'समुद्र का किसान' करार दिया और मछुआरों के लिए अलग मंत्रालय की जरूरत बताई. हालांकि, मत्स्य पालन मंत्रालय पहले से ही है, ऐसे में केन्द्रीय मत्स्यपालन मंत्री गिरिराज सिंह और अन्य बीजेपी नेताओं ने राहुल गांधी के इन बातों पर सवाल खड़े किए.


राहुल गांधी ने यह टिप्पणी उस वक्त की जब वे नई दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन पर चर्चा कर रहे थे. उन्होंने इंग्लिश में कहा- आपको यह जानना चाहिए कि क्यों मैं मछुआरों की मीटिंग में किसानों की बात कर रहा हूं. मैं आपको समुद्र का किसान मानता हूं. इसके बाद राहुल के बयान पर जोरदार तालियां बजी.


राहुल ने कहा- "मैं ऐसा सोचता हूं कि जब किसानों की जमीन के लिए अगर दिल्ली में एक मंत्रालय हो सकता है तो फिर क्यों नहीं समुद्र के किसानों के लिए दिल्ली में एक मंत्रालय हो सकता है? जब हमारे किसानों के मुद्दे होते हैं तो उस मंत्रालय के पास जाते हैं, जो किसानों से संबंधित होते हैं. हम कृषि मंत्री के पास जाते हैं, लेकिन मछली पालक का कोई मुद्दा होता है तो उन्हें जाने के लिए कोई मंत्रालय नहीं है. इसलिए मैं ऐसा सोचता हूं कि मछली पालकों के लिए एक महत्वपूर्ण चीज जो हमें करनी है वो है केन्द्र सरकार में एक उनको मंत्रालय देना. ताकि उनका मुद्दा उठाया जा सके और उनकी दुख दर्द का निवारण किया जा सके."


हालांकि, उनकी इन बातों पर जोरदार तालियां बजी, लेकिन बीजेपी के नेताओं खासकर मछली पालन मंत्री ने इसको लेकर इटली में ट्वीट करते हुए टिप्पणी की. इसमें उन्होंने लिखा- प्रिय राहुल, इटली में कोई अलग मछली पालन मंत्रालय नहीं है. यह कृषि एवं वानिकी मंत्रालय के तहत आता है.





दूसरी तरफ केन्द्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी इसको लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना की. उन्होने कहा कि राहुल गांधी अलग से मछली पालन मंत्रालय की मांग कर रहे हैं, जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहले ही साल 2019 में बना चुके हैं.





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