(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rahul Gandhi on Hindutva: राहुल गांधी बोले- हिंदू और हिंदुत्व अलग-अलग, BJP-RSS की विचारधारा खतरनाक
Rahul Gandhi on Hindutva: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने कहा है कि हिंदु और हिंदुत्व अलग-अलग हैं.
Rahul Gandhi on Hindutva: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर बीजेपी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने कहा है कि हिंदू और हिंदुत्व अलग-अलग हैं. उन्होंने कहा है कि आरएसएस और बीजेपी की विचारधारा नफरत भरी है. राहुल गांधी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पार्टी के डिजिटल अभियान 'जग जागरण अभियान' के शुभारंभ किया है.
कांग्रेस की राष्ट्रवादी विचारधारा पर भारी है RSS-BJP की विचारधारा- राहुल
कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी ने कहा, "आज हम माने या न माने आरएसएस और बीजेपी की नफरत भरी विचारधारा कांग्रेस पार्टी की प्रेममयी, स्नेही और राष्ट्रवादी विचारधारा पर भारी पड़ गई है. क्योंकि हमने इसे अपने लोगों के बीच आक्रामक रूप से प्रचारित नहीं किया है. हमें इसे स्वीकार करना ही होगा. लेकिन हमारी विचारधारा जिंदा है, जीवंत है.’’
"Our ideology has been overshadowed because we've not propagated it among our own people aggressively," Congress leader Rahul Gandhi added during the launch of the party's digital campaign 'Jag Jagran Abhiyan' via video conferencing
— ANI (@ANI) November 12, 2021
Source: Indian National Congress (INC) pic.twitter.com/BXtiKWNDIe
राहुल गांधी ने कहा, ‘’हिन्दुस्तान में दो विचारधाराएं हैं, एक कांग्रेस पार्टी की और एक RSS की. आज के हिन्दुस्तान में बीजेपी और RSS ने नफरत फैला दी है और कांग्रेस की विचारधारा जोड़ने, भाईचारे और प्यार की है.’’
'हिंदुत्व' पर हो रहा हंगामा
बता दें कि राहुल गांधी का यह बयान ऐसे वक्त आया है, जब हिंदू और हिंदुत्व पर टिप्पणी करने को लेकर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद और राशिद अल्वी पर बीजेपी हमलावर है. सलमान खुर्शीद ने अयोध्या फैसले पर अपनी किताब ‘सनराइज ओवर अयोध्या’ में हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठन ISIS और बोको हराम से की है. वहीं राशिद अल्वी ने आज कहा, ''जय श्री राम का नारा लगाने वालों की तुलना रामायण के कालनेमि राक्षस से की है. रामराज्य और जय श्री राम का नारा लगाने वाले मुनि नहीं, बल्कि रामायण काल के कालनेमि राक्षस हैं.''