Constitution Rewrite Row: बीजेपी सांसद हेगड़े के बयान पर सियासी घमासान, राहुल गांधी बोले- 'संविधान बदलने पर पीएम मोदी की चुप्पी खतरनाक'
Rahul Gandhi: राहुल गांधी ने बीजेपी सांसद हेगड़े के विवादस्पद बयान पर कहा कि आजादी के संघर्ष से मिली भारत की सबसे कीमती धरोहर, संविधान को बदलने का मतलब देश को गुलामी की ओर धकेलना है.
Rahul Gandhi on Anantkumar Hegde Remark: कर्नाटक के बीजेपी सांसद अनंतकुमार हेगड़े की संविधान में बदलाव करने वाली टिप्पणी पर सियासी घमासान शुरू हो गया है. कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार (11 मार्च) को बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी सांसद के 'संविधान बदलने' वाले बयान पर पीएम मोदी की चुप्पी खतरनाक है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि अब आगामी लोकसभा चुनाव 2024 दो विचारधाराओं के बीच है. उन्होंने दो विचारधाराओं- संविधान या संघविधान, सामाजिक न्याय या शोषण, धर्मनिरपेक्षता या सांप्रदायिकता, नागरिक अधिकार या बेबस जनता, बोलने की आज़ादी या डर भरी चुप्पी, मोहब्बत या नफरत, विविधता या एकाधिकार, न्यायपूर्ण व्यवस्था या तानाशाही अन्याय आदि का जिक्र कर तुलना की.
'आपके हाथों में आने वाली पीढ़ियों के भविष्य का फैसला'
कांग्रेस नेता राहुल ने कहा कि आजादी के संघर्ष से मिली भारत की सबसे कीमती धरोहर, संविधान को बदलने का मतलब देश को गुलामी की ओर धकेलना है. उन्होंने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि आने वाली पीढ़ियों के भविष्य का फैसला अब आपके हाथों में है.
भाजपा सांसद के ‘संविधान बदलने’ वाले बयान पर नरेंद्र मोदी की चुप्पी खतरनाक है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 11, 2024
अब चुनाव दो विचारधाराओं के बीच है!
संविधान या संघविधान,
सामाजिक न्याय या शोषण,
धर्मनिरपेक्षता या सांप्रदायिकता,
नागरिक अधिकार या बेबस जनता,
बोलने की आज़ादी या डर भरी चुप्पी,
मोहब्बत या नफ़रत,…
मल्लिकार्जुन खरगे ने भी पीएम मोदी पर साधा है निशाना
उधर, राहुल गांधी से पहले पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि कोई संविधान बदलने की कोशिश करेगा तो हंगामा होगा. संविधान बदलने की बात करेंगे तो देश में हंगामा होगा. उन्होंने कहा कि अगर पीएम मोदी इसके खिलाफ हैं तो चुप बैठने की बजाय ऐसे नेताओं को पार्टी से बाहर करना चाहिए. हम इस तरह के प्रयासों की निंदा करते हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आजकल हिंदी छोड़ कर क्षेत्रीय भाषा में बोल कर लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं. उन्होंने अफसोस जताया कि संविधान को पूरी तरह से बीजेपी की ओर से स्वीकार नहीं किया गया है.
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