Rahul Gandhi Amethi Lok Sabha Seat: भले ही जनता का सनेह कम हो जाए, लेकिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने गढ़ अमेठी के लिए अपना प्यार बरकरार रखा है. अमेठी के पूर्व सांसद यहां के लोगों से अब भी उतना ही प्यार करते हैं, जितना साल 2019 में चुनाव हारने से पहले किया करते थे. यही कारण है कि उन्हें हर सर्दी अमेठी वालों की याद जरूर आती है. इस बार भी उन्होंने ठंड से बचाव के लिए 20 हजार कंबलों की खेप भिजवाई है, जो कि गरीबों में बांटे गए हैं.
अमेठी के लोगों के लिए राहुल गांधी का प्यार समय-समय पर झलक ही जाता है. इससे पहले उन्होंने कोरोना काल में भी अमेठी वासियों के लिए दवाइयां, ऑक्सीजन सिलेंडर और भी कई जरूरत के सामान भिजवाए थे. अब इन सबके बीच सवाल यह भी उठता है कि कहीं यह प्यार 2024 लोकसभा चुनाव के लिए कोई संकेत तो नहीं? हालांकि, कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने ट्वीट कर कहा कि राहुल गांधी ने यह कंबल इसलिए भेजे हैं क्योंकि अमेठी उनके लिए घर और परिवार है, किसी और की तरह सिर्फ वोट बैंक नहीं.
क्या 2024 में अमेठी से चुनाव लड़ेंगे राहुल गांधी
हालांकि, संकेत इससे पहले भी कई बार मिल चुके हैं. साल 2021 में भी राहुल और प्रियंका ने अमेठी का दौरा कर यहां ‘बीजेपी भगाओ-महंगाई हटाओ’ जैसे नारों के साथ यात्रा की थी. वहीं, हाल ही में इसे लेकर कांग्रेस नेता अजय राय का भी बयान सामने आया था. उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि राहुल गांधी अमेठी से 2024 का लोकसभा चुनाव फिर से लड़ेंगे.
कई बार कांग्रेस नेताओं से इसे लेकर सवाल पूछा जा चुका है, लेकिन इससे पहले किसी भी नेता ने इसे लेकर सीधा जवाब नहीं दिया था. यहां तक की जब राहुल गांधी का मन टटोलने की कोशिश की गई तो उन्होंने कह दिया था कि इसका फैसला एक डेढ़ साल बाद लिया जाएगा क्योंकि अभी उनका पूरा ध्यान भारत जोड़ो यात्रा पर है.
2019 में राहुल गांधी को मिली थी बुरी हार
मोदी लहर कहो या जनता का बदलता प्यार... राहुल गांधी के लिए तो यह हार हर सूरत में सबसे बड़ी थी. भारतीय जनता पार्टी (BJP) की प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने 54,731 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी. स्मृति को इस सीट से कुल 4,67,598 और राहुल गांधी को 4,12,867 वोट ही हासिल हुए थे.
वहीं, अगर 2014 की बात की जाए तो राहुल गांधी ने यहां स्मृति ईरानी को काफी बुरी तरह से पीछे छोड़ा था. राहुल ने उन्हें एक लाख से भी ज्यादा वोटों के अंतर से करारी शिकस्त दी थी. इन चुनावों में राहुल को 4,08,651 और स्मृति को 3,00,748 वोट हासिल हुए थे. अब देखना ये होगा कि क्या राहुल अपना प्यार बरकरार रखते हुए यहां से एक बार फिर चुनाव लड़ेंगे यान अब वह अमेठी को अपने दिमाग से निकाल देंगे.
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