असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरूण गोगोई के निधन के कुछ दिनों बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार को पार्टी नेताओं के साथ बैठक करेंगे. तरूण गोगोई का 23 नवंबर को गुवाहाटी में निधन हो गया था. अगले साल तमिलनाडु और असम में होने जा रहे विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज (सोमवार) इन दोनों राज्यों के सीनियर नेताओं के साथ बैठक करेंगे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, असम में पार्टी नेतृत्व में विश्वास जाहिर करते हुए ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी (एआईसीसी) कहा कि अगले साल चुनाव के बाद पार्टी राज्य में सरकार बना लेगी.
असम में कांग्रेस नहीं देगी सहयोगियों को ज्यादा तवज्जो
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एआईसीसी महासचिव और असम के प्रभारी जितेन्द्र सिंह ने गुरुवार को कहा कि बिहार के उलट असम कांग्रेस का गढ़ रहा है और उन्होंने सुझाव दिया कि सीट शेयरिंग समझौते के दौरान इसके सहयोगी दलों को ज्यादा सीटें नहीं दी जाएंगी. इससे पहले, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीते दिन पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के नेताओं के साथ ऑनलाइन बैठक की और 2021 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए वाम दलों के साथ गठबंधन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की. प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के अनुसार दोनों दलों के बीच सीटों के तालमेल के बारे में राहुल ने जानकारी ली.
वामदलों के साथ राहुल ने की चर्चा
बैठक के दौरान प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने पार्टी का वाम दलों के साथ गठबंधन की वकालत की, लेकिन सीटों के बंटवारे के मामले पर कुछ वरिष्ठ सदस्यों की राय अलग थी. कुछ सदस्यों ने कहा कि किसी निर्णय पर पहुंचने से पहले पार्टी को हालिया संपन्न बिहार विधानसभा चुनावों से सबक लेनी चाहिये, जहां पार्टी को केवल 19 सीटों पर सफलता मिली. प्रदेश में कांग्रेस ने 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे.
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘हमने राहुल गांधी जी से कहा कि पूरी प्रदेश इकाई राज्य में वाम दलों के साथ गठबंधन के पक्ष में हैं लेकिन सीटों के बंटवारे पर बातचीत अभी शुरू नहीं हुई है. बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी को हराने के लिये वाम-कांग्रेस गठजोड़ सबसे बेहतर विकल्प है.’’
किसानों के प्रदर्शन को लेकर मोदी सरकार पर राहुल आक्रामक
इधर, किसानों के नए कृषि कानूनों के विरोध में राजधानी दिल्ली में प्रदर्शन को लेकर राहुल गांधी लगातार केन्द्र पर हमला बोल रहे हैं. किसानों के विरोध प्रदर्शन को जिस तरह से रोकने की कोशिश की गई इस पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सख्त टिप्पणी की है. राहुल गांधी ने ट्वीट कर मोदी सरकार के किसानों के प्रति रवैये की आलोचना की है. राहुल गांधी ने कहा,'न्याय के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाना अपराध नहीं, कर्तव्य है.मोदी सरकार पुलिस की फ़र्ज़ी FIR से किसानों के मज़बूत इरादे नहीं बदल सकती. कृषि विरोधी काले क़ानूनों के ख़त्म होने तक ये लड़ाई जारी रहेगी.हमारे लिए ‘जय किसान’ था, है और रहेगा'
ये भी पढ़ें: किसानों पर FIR करने वाली मोदी सरकार सुन ले, हमारे लिए जय किसान था, है और रहेगा: राहुल गांधी
Farmers Protest: राहुल गांधी बोले- 'काले कृषि कानूनों को सही बताने वाले क्या खाक हल निकालेंगे?'