INS Vikrant: तेज हो रही सियासत के बीच राहुल गांधी ने INS विक्रांत को बताया 'सालों की कड़ी मेहनत'
Rahul Gandhi on INS Vikrant : कांग्रेस (Congress) ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि वह आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) का श्रेय अपने नाम कर रही है, जबकि इसे लेकर सालों से काम चल रहा था.
Politics Over INS Vikrant : एक तरफ भारतीय नौसेना (Indian Navy) को आज अपना पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत (INS Vikrant) मिल गया है. वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस (Congress) लगातार इसे लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साध रही है. तमाम नेताओं के बाद अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भी इसे लेकर तंज कसा है. उन्होंने बधाई देते हुए इसे 'सालों की कड़ी मेहनत' बताया है.
दरअसल, राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि "भारतीय नौसेना, नौसेना डिजाइन ब्यूरो और कोचीन शिपयार्ड को कई वर्षों की कड़ी मेहनत के लिए बहुत-बहुत बधाई, जिससे आईएनएस विक्रांत का सपना साकार हुआ. भारत का पहला स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत, आईएनएस विक्रांत भारत की समुद्री सुरक्षा के लिए एक अहम कदम है'
सभी सरकारों को मिलना चाहिए इसका श्रेय - कांग्रेस
इससे पहले कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी कहा था कि INS विक्रांत एक बड़ी उपलब्धि है, जिसकी शुरूआत 22 साल पहले हुई थी. इसमें वाजपेयी जी की सरकार, मनमोहन जी की सरकार और फिर पीएम मोदी की सरकार सबको श्रेय मिलना चाहिए, लेकिन पीएम इसका श्रेय खुद लेंगे और कहेंगे कि जब मैं 2014 में आया उसके बाद इसकी शुरुआत हुई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने केरल के कोच्चि (Kochi) में एक भव्य समारोह में आईएनएस विक्रांत को भारतीय नौसेना शामिल किया. आईएनएस विक्रांत को बनाने के लिए पिछले एक दशक से ज्यादा समय से काम चल रहा था. पिछले साल 21 अगस्त से इसके कई समुद्री चरणों को पूरा किया गया.
बीजेपी ले रही दूसरों का श्रेय - कांग्रेस
ऐसे में कांग्रेस का आरोप है कि मोदी सरकार आईएनएस विक्रांत का श्रेय अपने नाम कर रही है, जबकि इसे लेकर सालों से काम चल रहा था. कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर आईएनएस विक्रांत का श्रेय लेने का आरोप लगाया हैं. इसी को लेकर अब सियासत भी तेज हो गई है.
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