नई दिल्लीः पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन के मुद्दे पर बुलाई गई कांग्रेस वर्किंग कमेटी में आज जबरदस्त घमासान मच गया. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व परिवर्तन को लेकर सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने के मुद्दे से शुरू हुआ बवाल ट्विटर पर सार्वजनिक तौर पर सामने आ गया. पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल के एक ट्वीट पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने उन्हें बहकावे में न आने का आग्रह किया.
राहुल के कथित आरोप पर भड़के सिब्बल-आजाद
वर्किंग कमेटी की बैठक के दौरान कथित तौर पर पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के चिट्ठी लिखने वाले नेताओं के बीजेपी से मिले होने की खबर आने पर पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद भड़क गए थे.
आजाद ने जहां आरोप साबित होने पर पद से इस्तीफा देने की पेशकश की, तो वहीं सिब्बल ज्यादा मुखर दिखे और उन्होंने राहुल के कथित बयान को ट्वीट कर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि हमने हमेशा कोर्ट से लेकर हर जगह पार्टी का बचाव किया और फिर भी उन पर बीजेपी से साठगांठ का आरोप लग रहा है.
आपस में लड़ने के बजाए मोदी शासन से लड़ने की जरूरतः सुरजेवाला
सिब्बल के ट्वीट पर पार्टी के प्रमुख राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरजेवाला ने ट्वीट कर उन्हें भरोसा दिलाया कि राहुल गांधी ने ऐसी कोई बात नहीं कही और वह गलत खबरों से गुमराह न हों.
अपने ट्वीट में सुरजेवाला ने लिखा, “राहुल गांधी ने इस तरह का कोई भी शब्द न तो कहा और न ही ऐसा कोई संकेत किया. कृपया मीडिया में चल रही झूठी चर्चाओं और गलत जानकारी के कारण गुमराह न हों.”
इसके साथ ही सुरजेवाला ने इस बहाने एक बार फिर बीजेपी को निशाने पर लिया और अपने ट्वीट में कहा, “हां, बजाए आपस में लड़कर खुद को या कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने के बजाए, हम सबको मिलकर मोदी सरकार के बेरहम शासन के खिलाफ लड़ना होगा.”
सुरजेवाला के इस ट्वीट के कुछ देर बाद सिब्बल ने भी राहुल गांधी को लेकर किए अपने ट्वीट को डिलीट किया और नया ट्वीट कर कहा कि राहुल ने उन्हें निजी तौर पर यकीन दिलाया कि ऐसा कोई भी आरोप नहीं लगाया गया, इसलिए वह अपने ट्वीट को हटा रहे हैं.
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