Amarinder Singh Meets Amit Shah: गृहमंत्री अमित शाह और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच हुई मुलाकात पर कांग्रेस ने क्या कुछ कहा?
Amarinder Singh Meets Amit Shah: अमित शाह और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच हुई मुलाकात पर कांग्रेस ने कहा कि दलित समुदाय के एक व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाया जाना कुछ लोगों को हजम नहीं हो रहा है.
Amarinder Singh Meets Amit Shah: कांग्रेस हाईकमान से नाराज चल रहे पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच मुलाकात करीब 45 मिनट चली. मुलाकात को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है. सवाल उठ रहे हैं कि क्या अमरिंदर सिंह बीजेपी में शामिल होंगे. हालांकि कैप्टन ने मुलाकात के बाद #NoFarmersNoFood के साथ ट्वीट कर कहा कि उन्होंने अमित शाह से आग्रह किया कि तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करके और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी देकर पिछले 10 महीनों से चल रहे किसानों के आंदोलन के मुद्दे का समाधान किया जाए.
कांग्रेस का आरोप
दूसरी तरफ, कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पंजाब में दलित समुदाय के एक व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाया जाना कुछ लोगों को हजम नहीं हो रहा है और शाह का निवास दलित विरोधी राजनीति का केंद्र बन गया है. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने #NoFarmersNoFood के साथ ट्वीट कर कहा, ''सत्ता में बैठे मठाधीशों के अहंकार को ठेस पहुँची है. क्योंकि एक दलित को मुख्यमंत्री बना दिया तो वो पूछते हैं कि कांग्रेस में फ़ैसले कौन ले रहा है?दलित को सर्वोच्च पद दिया जाना उन्हें रास नहीं आ रहा. दलित विरोधी राजनीति का केंद्र और कहीं नहीं, अमित शाह का निवास बना हुआ है.''
उन्होंने आगे कहा, ''अमित शाह व पीएम मोदी पंजाब से प्रतिशोध की आग में जल रहे हैं. वे पंजाब से बदला लेना चाहते हैं क्योंकि वे किसान विरोधी काले कानूनों से अपने पूँजीपति साथियों का हित साधने में अब तक नाकाम रहे हैं. बीजेपी का किसान विरोधी षड्यंत्र सफल नहीं होगा.'' बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 18 सितंबर को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद कांग्रेस ने दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाने का फैसला लिया. चन्नी ने 20 सितंबर को सीएम पद की शपथ ली.
बैठक के मायने क्या हैं?
यह बैठक इस मायने में भी महत्वपूर्ण है कि मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद सिंह ने अपने पत्ते नहीं खोले थे, लेकिन दावा किया था कि उन्होंने राजनीति नहीं छोड़ी है और वह अंत तक लड़ेंगे. कांग्रेस के दिग्गज नेता ने अपने कट्टर विरोधी नवजोत सिंह सिद्धू पर भी तीखा हमला किया था, जिन्हें पिछले दिनों पार्टी की पंजाब इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. सिद्धू ने मंगलवार को कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था.
अपने राजनीतिक भविष्य के संबंध में सिंह ने कहा था कि उनके सामने कई विकल्प हैं. अमित शाह के साथ सिंह की मुलाकात को पंजाब की राजनीति में नये आयाम के तौर पर देखा जा रहा है जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होना है.
निकट भविष्य में अमरिंदर सिंह के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों के संदर्भ में बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि ऐसी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. एक सूत्र ने कहा कि सबकुछ इस बात पर निर्भर करता है कि केंद्रीय कृषि कानूनों से जुड़े मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार झुकती है या नहीं.
सिंह के करीबी सूत्रों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री के साथ पंजाब की आंतरिक सुरक्षा की स्थिति पर भी चर्चा की है. कुछ खबरों में कहा गया है कि अमरिंदर सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात कर सकते हैं, हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. सूत्रों का कहना है कि अमरिंदर गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल समेत कांग्रेस के ‘ग्रुप 23’ के कुछ नेताओं से भी मिल सकते हैं.