बेंगलुरु हिंसा: कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने पूछा- क्या येदियुरप्पा सरकार दंगे होने का इंतजार कर रही थी?
कांग्रेस विधायक के एक रिश्तेदार की ओर से कथित आपत्तिजनक फेसबुक पोस्ट पर मंगलवार शाम को पूर्वी बेंगलुरु में हिंसा भड़क उठी थी. उपद्रवियों की ओर से किए गए पथराव में करीब 60 पुलिसकर्मियों को चोटें आईं.
नई दिल्ली: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में हुई हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई है और 60 पुलिसकर्मियों समेत दर्जनों घायल हुए हैं. बेंगलुरु हिंसा पर अब कांग्रेस ने कर्नाटक की बीजेपी सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने इस घटना को कानून व्यवस्था की नाकामी बताई है.
कांग्रेस नेता ने कहा, 'बेंगलुरु हिंसा, दंगे और आगजनी, निंदनीय और अस्वीकार्य हैं. ये पूरी तरह से कानून व्यवस्था की नाकामी है. क्या येदियुरप्पा सरकार सो रही थी या दंगे होने का इंतजार कर रही थी. पुलिस ने सही समय पर कार्रवाई क्यों नहीं की. तीन मौतों का जिम्मेदार कौन है.'
.#bengaluruviolence , riots & arson is reprehensible, condemnable & unacceptable.
It is complete failure of law & order machinery & rule of law. Was Yediyurappa Govt sleeping or waiting for violence to happen? Why did police not act in time? Who is responsible for 3 deaths? — Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) August 12, 2020
बीजेपी ने कांग्रेस पर लगाया तुष्टीकरण का आरोप वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष ने कांग्रेस पर तुष्टीकरण की राजनीति का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि पार्टी अपने ही विधायक के घर हमले की घटना की खुलकर निंदा करने की जगह तुष्टीकरण करने में जुटी है. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, "कम से कम अपने दलित विधायक के घर में तोड़फोड़ को आपको संज्ञान में लेना चाहिए था. पुलिस थाने को तबाह कर दिया गया जब आपके ही विधायक को निशाना बनाया गया, तो इतना तुष्टीकरण क्यों."
दरअसल, कांग्रेस विधायक के एक रिश्तेदार की ओर से कथित आपत्तिजनक फेसबुक पोस्ट पर मंगलवार शाम को पूर्वी बेंगलुरु में हिंसा भड़क उठी थी. उपद्रवियों की ओर से किए गए पथराव में करीब 60 पुलिसकर्मियों को चोटें आईं. भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को फायरिंग के लिए मजबूर होना पड़ा. हिंसा के दौरान तीन लोगों के मारे जाने की खबर है.
ये भी पढ़ें- बेंगलुरु हिंसा: मंत्री बोले- दंगाइयों पर कार्रवाई के लिए UP का 'योगी मॉडल' अपनाएंगे