(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कांग्रेस में वरिष्ठ नेताओं की 'लेटर पॉलिटिक्स' को संजय निरूपम ने बताया राहुल गांधी के खिलाफ साजिश
कांग्रेस भी ऐसी किसी चिट्ठी से इनकार कर चुकी है लेकिन कांग्रेस से निलंबित नेता संजय झा ने नए सिरे से दावा किया है कि दो दर्जन वरिष्ठ नेताओं के साथ ही करीब 300 छोटे-बड़े नेताओं ने इस चिट्ठी पर हस्ताक्षर किए हैं.
नई दिल्लीः सोमवार को होने वाली कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक से ठीक पहले कांग्रेस में 'नेतृत्व' को लेकर अंदरूनी विवाद सामने आ गया है. चर्चा है कि कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर पार्टी में सक्रिय नेतृत्व की जरूरत पर बल देते हुए पार्टी की दशा और दिशा के बारे में सवाल उठाए हैं साथ ही कांग्रेस कार्यसमिति का चुनाव करवाए जाने की मांग भी की है.
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस वर्किंग कमिटी के कुछ सदस्य, सांसदों, और नेताओं ने करीब दो हफ्ते पहले सोनिया गांधी के नाम खत लिखकर पार्टी की कार्यप्रणाली को लेकर कई सवाल उठाए और सुझाव दिए.
राहुल गांधी के खिलाफ अविश्वास के तौर पर देखी जा रही चिट्ठी
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस नेताओं की चिट्ठी में खुलकर सोनिया गांधी या राहुल गांधी की आलोचना नहीं की गई है, लेकिन इसे पार्टी आलाकमान खास तौर पर राहुल गांधी के प्रति अविश्वास और आरोपपत्र के तौर पर देखा जा रहा है.
राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, शशि थरूर, जितिन प्रसाद, वीरप्पा मोइली जैसे नेताओं का नाम इस चिट्ठी पर दस्तखत करने वालों के तौर पर लिया जा रहा है. हालांकि इनमें से कोई भी यह बात स्वीकार नहीं कर रहे हैं.
कांग्रेस भी ऐसी किसी चिट्ठी से इनकार कर चुकी है लेकिन कांग्रेस से निलंबित नेता संजय झा ने नए सिरे से दावा किया है कि दो दर्जन वरिष्ठ नेताओं के साथ ही करीब 300 छोटे-बड़े नेताओं ने इस चिट्ठी पर हस्ताक्षर किए हैं.
'बंद कमरों में होने वाला षड्यंत्र चिट्ठी के रूप में आया'
इस चिट्ठी की आधिकारिक पुष्टि भले ना हुई हो लेकिन इस पर बयानबाजी शुरू हो गई है. चिट्ठी से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने इसे राहुल गांधी के खिलाफ षड्यंत्र बताया है.
निरुपम ने कहा है, "यह पत्र राहुल गांधी का नेतृत्व भोथरा करने के लिए एक नया षड्यंत्र है. जो षड्यंत्र बंद कमरों में रचा जाता था, वह एक पत्र में उभर कर आया है. इसका एक ही जवाब है, राहुल जी अध्यक्ष न बनने की जिद्द छोड़ें और राज्यों में कांग्रेस की ढहती दीवारों को बचाएं. कांग्रेस को सिर्फ वही बचा सकते हैं."
सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से CWC की बैठक
सोमवार सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाली कांग्रेस कार्यसमिति यानी सीडब्ल्यूसी की बैठक में सोनिया गांधी के नाम लिखी गई चिट्ठी को लेकर बैठक में विवाद होने की संभावना बन गई है. वहीं संकेत यह भी हैं कि बैठक में राहुल गांधी को फिर से अध्यक्ष बनाए जाने की मांग भी उठ सकती है.
सीडब्ल्यूसी की बैठक से पहले राहुल गांधी को दुबारा अध्यक्ष बनाए जाने की मांग को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव चल्ला वामशी चंद रेड्डी ने सीडब्ल्यूसी के सदस्यों को चिट्ठी लिखी है. इससे पहले सीडब्ल्यूसी की पिछली बैठक और इसके बाद पार्टी के सांसदों की बैठक में भी राहुल गांधी को दुबारा कमान सौंपे जाने की मांग उठ चुकी है.
कांग्रेस के एक सूत्र के मुताबिक सीडब्ल्यूसी की बैठक में संगठन को लेकर कोई अहम चर्चा हो सकती है क्योंकि इस बैठक में सभी 52 सदस्यों को 'हर हाल में' उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं. कोरोना महामारी के मद्देनजर सीडब्ल्यूसी की बैठकें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो रही हैं.
अब तक इन बैठकों के लिए 'जूम' प्लेटफार्म का इस्तेमाल होता था लेकिन सोमवार की बैठक 'सिस्को वेबएक्स' पर होगी जिसे ज्यादा सुरक्षित समझा जाता है. नए प्लेटफार्म को लेकर शनिवार शाम सभी सीडब्ल्यूसी सदस्यों के बीच परीक्षण भी किया गया.
बहरहाल कांग्रेस का अंदरूनी झगड़ा प्रदेश कमिटियों के बाद अब दिल्ली तक पहुंच चुका है. सवाल यह है कि कांग्रेस अपने घर के झगड़ों कब तक सुलझाएगी ताकि वह विपक्ष की अपनी भूमिका के साथ न्याय कर सके.
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