पणजी: कांग्रेस ने गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के स्वास्थ्य को लेकर विवादित बयान दिया है. पार्टी नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री 14 अक्टूबर से दिखाई नहीं दिए हैं, संभवत: वह जीवित नहीं हैं. कांग्रेस प्रवक्ता जीतेंद्र देशप्रभु ने पणजी में कहा, ''गोवा के मुख्यमंत्री कहीं नहीं दिखते हैं, ना ही सार्वजनिक रूप से और ना ही व्यक्तिगत रूप से. इससे मेरे दिमाग में संदेह पैदा होता है कि मुख्यमंत्री हैं भी या नहीं. अगर सीएम नहीं हैं तो उनका उठाला और श्राद्ध करो.''
देशप्रभु ने कहा कि बीजेपी और बीजेपी नेतृत्व वाले गठबंधन को गोवा वासियों के समक्ष यह साबित करना चाहिए कि पर्रिकर जिंदा हैं. कांग्रेस नेता ने मीडिया पर भी आरोप लगाया कि पर्रिकर की बीमारी की गंभीरता को कमतर दिखाने की कोशिश की जा रही है.
ध्यान रहे कि पर्रिकर दिल्ली के AIIMS से 14 अक्टूबर को लौटने के बाद से एक बार भी सार्वजनिक रूप से नहीं दिखे हैं. वह अपने निजी निवास में बिस्तर पर हैं. उन्हें एयर एंबुलेंस से गोवा लाया गया था. तब उन्हें स्ट्रेचर पर देखा गया था. पर्रिकर (62) फरवरी के मध्य से बीमार चल रहे हैं और उनका मुंबई और अमेरिका सहित कई जगहों के अस्पतालों में इलाज हो चुका है.
पार्टी सूत्रों के अनुसार, अब उनके निजी निवास को एक अत्याधुनिक चिकित्सा केंद्र के रूप में बदला गया है. 24 घंटे डॉक्टर उनकी निगरानी कर रहे हैं. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के इर्द-गिर्द रहने वाले अधिकारियों का एक समूह उनकी अनुपस्थिति में अवैध तरीके से निर्णय ले रहा है.
कांग्रेस में शामिल होते ही मानवेंद्र सिंह का बड़ा बयान, कहा-राफेल के कारण बीमार हुए मनोहर पर्रिकर
बीजेपी ने कांग्रेस के इस बयान को हताशा का परिणाम बताया है और आरोप लगाया कि कांग्रेस ने राजनीतिक बातचीत के स्तर को गिरा दिया है. बीजेपी की गोवा इकाई के महासचिव सदानंद शेट तनावडे ने कहा कि देशप्रभु यदि ऐसा बयान दे रहे हैं, तो इसका मतलब वह वाकई हताशा में हैं.
स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने 27 अक्टूबर को पहली बार आधिकारिक रूप से घोषणा की थी कि पर्रिकर पैंक्रियाटिक कैंसर से जूझ रहे हैं. इसके तत्काल बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि पर्रिकर अपने निजी निवास पर बुधवार को कैबिनेट की एक बैठक करने वाले हैं.
पहली बार: गुजरात, ओडिशा और गोवा में पेट्रोल से महंगा हुआ डीजल