Karnataka Politics: कर्नाटक में अगले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होना है. इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने सोमवार को दावा किया कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं करने के पीछे का "रहस्य" बीजेपी के कद्दावर नेता बीएस येदियुरप्पा के बेटे को मंत्री बनाने से बचना है.


समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पत्रकारों से बात करते हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने दूसरा कारण बताते हुए यह भी आरोप गया कि वो रिश्वत ज्यादा लेते हैं और कई विभाग अपने पास रखे हुए हैं. इसलिए भी मंत्रिमंडल विस्तार नहीं कर रहे हैं. सिद्धारमैया ने दावा किया, ‘बीजेपी ने येदियुरप्पा के साथ अन्याय किया, उन्होंने आरएसएस के साथ मिलकर उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटा दिया और बसवराज बोम्मई को लेकर आ गए. येदियुरप्पा और बोम्मई के बीच अब दरार है, क्योंकि बोम्मई ने येदियुरप्पा के बेटे को शामिल करने से बचने के लिए मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं किया.’


6 मंत्रीपद पड़े हैं खाली


उन्होंने आगे कहा कि अगर वो मंत्रिमंडल का विस्तार करते हैं तो येदियुरप्पा के बेटे को मंत्री बनाना पड़ेगा. डेढ़ साल से ज्यादा समय हो गया है और 6 मंत्री पद खाली पड़े हुए हैं. सीएम बसवराज बोम्मई के पास पदों की अगर बात की जाए तो उनके पास एक चौथाई पोर्टफोलियो हैं. उनमें से वो लगभग 8 के प्रभारी हैं जिनमें ग्रामीण विकास और पंचायती राज, बेंगलुरु शहर विकास और वित्त मंत्रालय शामिल हैं. बोम्मई हाल के महीनों में बार-बार कह रहे हैं कि मंत्रिमंडल के विस्तार के संबंध में उनकी पार्टी आलाकमान से चर्चा हुई है और उनसे मंजूरी मिलने के बाद वे इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे. वहीं येदियुरप्पा ने कहा है कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे और अपनी सीट अपने बेटे के लिए छोड़ दी है. 


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