नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून के समर्थकों और विरोधियों के बीच हुए हिंसक टकराव ने दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाकों को सुलगाया है. सबसे अधिक जाफराबाद, मौजपुर, करावल नगर और भजनपुरा प्रभावित हैं. दिल्ली हिंसा पर कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा,'' इससे ज़्यादा शर्म की बात कुछ और नहीं हो सकती,जो था वो भी लुट गया. ये माना जाता था कि राजधानी सुरक्षित है लेकिन कल तो इन्होंने राजधानी भी आग के हवाले कर दी. जो मौजपुर,जाफ़राबाद,करावल नगर में हुआ वो पुलिस, RSS और भाजपा ने कराया है.''


उत्तर पूर्वी दिल्ली में सोमवार को हिंसक झड़प की वजह से एक हेड कॉन्स्टेबल समेत सात लोगों की मौत हो गई थी. कॉन्स्टेबल को गोकुलपुरी में चोट लगी थी और यहां आज भी आगजनी हुई है. चांदबाग में प्रदर्शनकारी सड़क पर आगजनी करते दिखे. पूरे इलाके में भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है, धारा 144 लागू है.





दिल्ली में बीते 30 सालों की सबसे बड़ी हिंसा


राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सीएए समर्थकों और सीएए विरोधियों के बीच हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर दस हो गई है. इस हिंसा में दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतनलाल भी शहीद हो गए हैं. हिंसा में लगभग 70 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. उत्तर-पूर्वी दिल्ली में आज सुबह भी हिंसा व पत्थरबाजी की कई छिटपुट वारदातें होती रही. मौजपुर, बाबरपुर, जाफराबाद, गोकुलपुरी, बृजपुरी समेत कई इलाकों में पुलिस व रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की तैनाती की गई है. इसके बाद भी कई इलाकों में आपसी भिड़ंत व एक दूसरे पर पत्थरबाजी की घटनाएं अभी भी हो रही हैं. दिल्ली में इतनी बड़ी हिंसा लगभग तीस साल बाद हुई है.


नोएडा में रेड अलर्ट जारी
संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर दिल्ली के उत्तर पूर्वी हिस्से में अलग अलग जगहों पर हिंसा को देखते हुए नोएडा में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है. पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) संकल्प शर्मा ने मंगलवार को बताया कि दिल्ली- नोएडा सीमा पर पुलिस सघन जांच कर रही है. उन्होंने बताया कि सोमवार देर रात से ही नोएडा और दिल्ली को जोड़ने वाले सभी मार्गों पर अवरोधक लगा दिए गए हैं, वाहनों की जांच जारी है और पुलिस के आला अधिकारी रात से ही स्थिति पर नजर रखे हुए हैं.


पुलिस उपायुक्त शर्मा ने बताया कि स्थिति शांतिपूर्ण है लेकिन एहतियात के तौर पर पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है.डीसीपी ने बताया कि गुप्तचर एजेंसियों को भी सतर्क किया गया है और संवेदनशील क्षेत्रों पर नजर रखी जा रही है.


दिल्ली हिंसा: सीलमपुर से जाफराबाद तक दुकानें बंद, रोजगार प्रभावित

दिल्ली के उत्तर पूर्वी हिस्से में हिंसा को देखते हुए नोएडा में रेड अलर्ट जारी, गाजियाबाद में भी सुरक्षा बढ़ी