नई दिल्ली: राहुल गांधी को फिर से कांग्रेस अध्यक्ष बनाने के लिए पार्टी में मुहिम शुरू हो गई है. बुधवार को राजस्थान सरकार में मंत्री रमेश मीणा ने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलकर राहुल को पार्टी अध्यक्ष बनाए जाने की मांग की. पिछले दिनों में कांग्रेस में कई नेताओं ने राहुल गांधी को दुबारा पार्टी अध्यक्ष बनाने की मांग कर चुके हैं लेकिन पहली बार किसी नेता ने सोनिया गांधी के सामने ये मुद्दा उठाया है.
सोनिया गांधी से मुलाकात पर रमेश मीणा ने कहा कि हमने अपनी बात रख दी है क्योंकि केंद्र की मोदी सरकार जो कर रही है उसके खिलाफ राहुल गांधी ही मजबूत नेतृत्व दे सकते हैं. मीणा के मुताबिक इसके जवाब में सोनिया गांधी ने कहा कि "आप अपनी बात रख सकते हैं."
दरअसल, कांग्रेस में इन दिनों 'राहुल कैंप' ने लामबंदी शुरू कर दी है. कुछ नेता दबी जुबान से तो कुछ खुलकर पार्टी की कमान फिर से राहुल को सौंपने की पैरवी कर रहे हैं. हालांकि अब तक ये साफ नहीं है कि क्या राहुल गांधी खुद दुबारा पार्टी अध्यक्ष बनने को तैयार हैं? हाल ही में छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि राहुल गांधी ही कांग्रेस पार्टी को संभाल सकते हैं. कांग्रेस के संगठन महासचिव और राहुल के करीबी केसी वेणुगोपाल भी कह चुके हैं कि देश के मौजूदा हालात में पार्टी को राहुल के नेतृत्व की जरूरत है और कार्यकर्ताओं की भी यही मांग है. वेणुगोपाल ने उम्मीद जताई कि राहुल कार्यकर्ताओं की बात पर गौर करेंगे.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का "राहुल राग" अलापना साफ दर्शाता है कि आने वाले दिनों में राहुल की वापसी को मुमकिन करने के लिए माहौल बनाया जा रहा है. सूत्रों की मानें तो टीम राहुल पर्दे के पीछे रह कर इस मुहिम को हवा देना चाहती है. पिछले दिनों ट्विटर पर राहुल गांधी को अपना नेता बताते हुए को कांग्रेसियों ने जमकर ट्वीट किए और राहुल के नेतृत्व को देश के लिए जरूरी बताते हुए #MyLeaderRG ट्रेंड कराया. पार्टी सूत्रों के मुताबिक 14 दिसम्बर को दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली भारत बचाओ रैली में भी राहुल वापसी अभियान की झलक देखने को मिलेगी.
लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने मनाने की सारी कोशिशें नाकाम रही. इसके बाद कांग्रेस वर्किंग कमिटी ने राहुल का इस्तीफा मंजूर कर पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया. हालांकि सोनिया गांधी के दुबारा सक्रिय होने के बावजूद राहुल गांधी पार्टी का चेहरा बने हुए हैं. विधानसभा चुनाव प्रचार में भी राहुल गांधी ने ही कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व का प्रतिनिधित्व किया.
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