महाराष्ट्र चुनाव को लेकर चुनाव आयोग से मिले कांग्रेस नेता, मांगे वोटर लिस्ट के आंकड़े! ECI ने दिया ये जवाब
कांग्रेस ने मुख्य रूप से लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव के बीच के पांच महीनों के दौरान महाराष्ट्र में बड़ी संख्या वोटरों के नाम जोड़े और घटाए जाने से जुड़े आंकड़े और दस्तावेज चुनाव आयोग से मांगे हैं.
Congress On Maharashtra Elections: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से जुड़ी शिकायतों को लेकर कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात की. करीब डेढ़ घंटे की बैठक के बाद कांग्रेस सांसद और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि बातचीत अच्छे माहौल में हुई. सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव आयोग से कई आंकड़ों की मांग की है, जिसे साझा करने को लेकर चुनाव आयोग ने भरोसा दिया है.
कांग्रेस ने मुख्य रूप से लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव के बीच के पांच महीनों के दौरान महाराष्ट्र में बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम जोड़े और घटाए जाने से जुड़े आंकड़े और दस्तावेज चुनाव आयोग से मांगे हैं.
चुनाव आयोग से मांगे आंकड़े
मंगलवार (2 दिसंबर, 2024) शाम चुनाव आयोग के साथ मुलाकात के बाद सिंघवी ने कहा, “लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बीच बड़ी संख्या में वोट काटे गए. हमने इससे जुड़े बूथ स्तर तक के विस्तृत आंकड़े की मांग की है और पूछा है कि किस आधार पर वोट काटे गए? इसी तरह पांच महीने में ही करीब 47 लाख वोटर जोड़े गए. चुनाव आयोग ने कहा कि 39 लाख वोट जोड़े गए. हमने पूरा आंकड़ा मांगा है, जो उपलब्ध नहीं था. इसके अलावा मत प्रतिशत में 7 फीसदी बढ़ोतरी के सवाल पर चुनाव आयोग से आंकड़ा मांगा गया." सिंघवी ने कहा कि चुनाव आयोग से अच्छे माहौल में बात हुई. आयोग ने मौखिक जवाब दिया है. हमनें आंकड़े सहित लिखित जवाब की मांग की है, जिसके लिए आयोग राजी है.
चुनाव आयोग ने दिया लिखित में जवाब देने का भरोसा
पार्टी के प्रतिनिधिमंडल में शामिल महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस नाना पटोले ने कहा कि चुनाव आयोग ने हमें लिखित में जवाब देने का भरोसा दिया है. कांग्रेस में आरोपों को दोहराते हुए पटोले ने कहा कि महाराष्ट्र में आम लोग बैलेट पेपर से चुनाव करवाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं.
कब तक जवाब देता है चुनाव आयोग?
कांग्रेस ने चुनाव आयोग के सामने यह सवाल भी उठाया है कि महाराष्ट्र की 118 विधानसभाओं में लोकसभा चुनाव की तुलना में 25 हज़ार से ज़्यादा वोटिंग हुई, जिसमें से बीजेपी ने 102 सीटें जीती. इसे संदेहास्पद करार देते हुए कांग्रेस नेताओं इससे जुड़े आंकड़ों की मांग भी की है. देखना होगा कि चुनाव आयोग कांग्रेस के सवालों का कब तक जवाब देता है और क्या उससे कांग्रेस संतुष्ट होती है? पिछले हफ्ते सीडब्ल्यूसी की बैठक के बाद कांग्रेस ने चुनावी प्रक्रिया में कथित गड़बड़ियों के मुद्दे पर देशव्यापी आंदोलन का ऐलान कर चुकी है.