Rahul Gandhi Vacates Bungalow: लोकसभा सदस्यता रद्द होने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार (22 अप्रैल) को सरकारी आवास खाली कर दिया. मानहानि के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को सांसद के रूप में अयोग्य घोषित किया गया था. राहुल गांधी अपने आधिकारिक आवास से अपना सारा सामान ले गए. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष दिल्ली में 12, तुगलक लेन वाले बंगले में रह रहे थे.
उन्होंने अपनी बहन और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, व अन्य नेताओं की उपस्थिति में बंगला लोकसभा सचिवालय को सौंपा. सरकारी आवास खाली करने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि ये घर 19 साल के लिए देश की जनता ने मुझे दिया. मैं उनका धन्यवाद करना चाहता हूं. मैं इसे खाली कर रहा हूं. सच्चाई बोलने की आजकल कीमत है, मैं वो कीमत चुकाता रहूंगा. सच्चाई किसी न किसी को बोलनी पड़ेगी, मैं बोल रहा हूं.
कांग्रेस ने ट्विटर पर चलाया अभियान
इस बीच कांग्रेस नेताओं ने सोशल मीडिया पर "मेरा घर आपका घर" अभियान के साथ अपने पूर्व पार्टी अध्यक्ष को समर्थन दिया. कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, "ये देश राहुल गांधी जी का घर है. राहुल जो लोगों के दिलों में बसते हैं, राहुल जिनका रिश्ता जनता से अटूट है. कोई उनमें अपना बेटा देखता है, कोई भाई, कोई अपना नेता, राहुल सबके हैं और सब राहुल के. यही कारण है आज देश कह रहा है- राहुल जी, मेरा घर-आपका घर."
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि उन्होंने (राहुल गांधी) सरकार के बारे में सच्चाई बोली इसीलिए उनके साथ ये सब हो रहा है, लेकिन वो बहुत हिम्मत वाले हैं, बिल्कुल डरते नहीं हैं, नहीं डरेंगे और अपना संघर्ष जारी रखेंगे.
कांग्रेस नेताओं ने की तारीफ
राहुल गांधी की सराहना करते हुए सांसद शशि थरूर ने ट्वीट किया, "आज राहुल गांधी ने लोकसभा सचिवालय के आदेश के जवाब में तुगलक लेन में अपना घर खाली कर दिया. अदालत ने उन्हें अपील करने के लिए 30 दिन का समय दिया और एचसी या एससी अभी भी उन्हें बहाल कर सकते थे, लेकिन सरकारी आवास खाली करने का उनका फैसला नियमों के प्रति उनके सम्मान को दर्शाता है."
अयोग्य घोषित किए जाने के बाद खाली करना था बंगला
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को मोदी सरनेम से संबंधित मामले में टिप्पणी को लेकर दो साल की सजा सुनाई गई थी. सासंद के रूप में अयोग्य घोषित किए जाने के बाद उनसे 22 अप्रैल तक सरकारी आवास खाली करने के लिए कहा गया था. राहुल गांधी ने 14 अप्रैल को अपने कार्यालय और कुछ निजी सामान को बंगले से स्थानांतरित कर दिया था. ये बंगला उन्हें एक सांसद के रूप में आवंटित किया गया था.
दो दशक से रह रहे थे इस बंगले में
शनिवार को एक ट्रक को उनके सामान के साथ इमारत से बाहर जाते देखा गया. वह करीब दो दशक से इस बंगले में रह रहे थे. अपना कार्यालय बदलने के बाद वह पहले से ही अपनी मां और कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ उनके 10, जनपथ स्थित आवास पर रहना शुरू कर चुके हैं. राहुल गांधी पहली बार 2004 में उत्तर प्रदेश के अमेठी से सांसद चुने गए और 2019 में उन्होंने वायनाड से लोकसभा चुनावों में जीत हासिल की थी.
"आप हमेशा हमारे घरों और दिलों में रहेंगे"
राहुल के सरकारी आवास खाली करने पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे आपको एक घर से बेदखल कर सकते हैं, लेकिन आपकी जगह हमेशा हमारे घरों और दिलों में रहेगी. हम जानते हैं कि इस तरह के एपिसोड आपको लोगों की आवाज उठाने और सच बोलने से नहीं रोक पाएंगे. पूरा देश आज एक स्वर में मेरा घर-आपका घर कह रहा है.
ये भी पढ़ें-