Rajya Sabha Election 2022: देशभर के अलग-अलग राज्यों से राज्यसभा उम्मीदवारों का ऐलान किया जा रहा है. इसके लिए पार्टियों के बीच लगातार बातचीत भी चल रही है. इसी बीच बताया गया है कि झारखंड में कांग्रेस और जेएमएम की बात बन गई है. जिसके बाद जेएमएम के सहयोग से कांग्रेस को झारखंड (Jharkhand) से एक राज्यसभा सीट मिलने जा रही है. सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) और कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के बीच हुई बैठक के बाद ये तय हुआ.
सोनिया और हेमंत सोरेन की मुलाकात
इससे पहले सोनिया और हेमंत सोरेन के बीच हुई बैठक के बाद सीएम सोरेन ने कहा था कि, राज्यसभा की सीट किसके खाते में जाएगी, इसके बारे में जल्द ही आप लोगों को बताया जाएगा. उन्होंने कहा कि, पूरे देश में राज्यसभा चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी हो गई है. झारखंड में भी दो सीट को लेकर राज्यसभा चुनाव होने हैं. इसे लेकर हमने सोनिया जी से मुलाकात की. झारखंड की राजनीतिक परिस्थिति को लेकर भी चर्चाएं की हैं.
सोरेन ने कहा कि, मैंने सोनिया गांधी से मुलाकात की और उन्हें राज्यसभा चुनाव के बारे में जानकारी दी. झारखंड में भी राज्यसभा की दो सीटें हैं, हमने इस विषय पर चर्चा की, उन्हें अवगत कराया. हालांकि इस दौरान सीएम सोरेन ने इसके संकेत नहीं दिए कि वो कांग्रेस को एक सीट देने पर सहमत हुए हैं. लेकिन अब जो जानकारी सामने आई है, उसमें ये साफ है कि राज्यसभा सीट को लेकर दोनों दलों के बीच आपसी सहमति बन गई है.
राज्यसभा क्या है झारखंड का गणित
बता दें कि इससे पहले 82 सदस्यीय विधानसभा में 30 विधायकों वाली जेएमएम ने चुनाव में अपना उम्मीदवार उतारने का फैसला किया था. झारखंड में दस जून को राज्यसभा की दो सीटों के लिए मतदान होना है. 82 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में 81 निर्वाचित सदस्य होते हैं लेकिन इस समय झारखंड विकास मोर्चा से कांग्रेस में गये विधायक बंधु तिर्की की सदस्यता आय से अधिक संपत्ति मामले में 28 मार्च को तीन वर्ष कैद की सजा पाने के बाद समाप्त हो चुकी है जिसके चलते विधानसभा में मतदान करने योग्य कुल सदस्यों की संख्या 80 ही रह गयी है. इसीलिए राज्य की वर्तमान विधानसभा में 26.67 मत पाने वाले उम्मीदवार का राज्यसभा में जाना तय माना जा रहा है.
फिलहाल विधानसभा में जहां सत्ताधारी जेएमएम के 30 विधायक हैं वहीं उसकी समर्थक कांग्रेस के कुल 17 विधायक हैं और दूसरी समर्थक पार्टी आरजेडी का एक विधायक है. जबकि मुख्य विपक्षी भाजपा के कुल 26 विधायक हैं और उसे कम से कम दो अन्य विधायकों के समर्थन का विश्वास है. ऐसे में राज्यसभा में सत्ताधारी गठबंधन और विपक्ष दोनों के एक-एक सदस्यों के चुने जाने की संभावना है.
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