नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की जल्द ही संसद के ऊपरी सदन यानी राज्यसभा में वापसी हो सकती है. कांग्रेस के उच्च सूत्रों के मुताबिक राजस्थान में खाली हुई राज्यसभा की एक सीट से मनमोहन सिंह को पार्टी उम्मीदवार बनाया जाना लगभग तय है. हाल ही में राजस्थान से बीजेपी के राज्यसभा सांसद और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी के निधन के कारण ये सीट खाली हुई है. सैनी पिछले साल अप्रैल में राजस्थान से राज्यसभा सदस्य चुने गए थे. यानी इस सीट का कार्यकाल अप्रैल 2024 तक है.


राजस्थान विधानसभा में फिलहाल कांग्रेस का बहुमत है और जाहिर है कि कांग्रेस को अपना उम्मीदवार जिताने में कोई मुश्किल नहीं है. कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता ने एबीपी न्यूज को बताया कि राजस्थान से राज्यसभा की खाली हुई सीट के लिए मनमोहन सिंह के नाम पर सहमति बन चुकी है. मनमोहन सिंह राज्यसभा में राजस्थान का प्रतिनिधित्व करते हैं तो ये पूरे  राजस्थान के लिए गौरव की बात होगी. हालांकि वरिष्ठ नेता ने ये भी कहा कि आखिरी फैसला पार्टी अध्यक्ष लेंगे जब खाली हई सीट पर चुनाव का एलान हो जाएगा.


गहलोत ने मनमोहन सिंह से मुलाकात की


मनमोहन सिंह के नाम की पुष्टि करते हुए राजस्थान सरकार के एक मंत्री ने कहा कि डॉक्टर सिंह एक संस्थान हैं. कांग्रेस पार्टी हमेशा से संस्थानों की कद्र करती रहती है. गौरतलब है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार शाम को मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी.


राजस्थान से राज्यसभा भेजे जाने को लेकर जब मनमोहन सिंह के दफ्तर को संपर्क किया गया तो जवाब मिला कि अभी पार्टी की तरफ से ना तो कोई सूचना दी गई है ना ही चुनाव की अधिसूचना ही जारी हुई है. गहलोत की मनमोहन सिंह से मुलाकात को सामान्य शिष्टाचार बताया गया.


मनमोहन सिंह को राज्यसभा क्यों भेजना चाहती है कांग्रेस?


कांग्रेस को संसद में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की जरूरत इसलिए हैं क्योंकि वे जाने-माने अर्थशास्त्री हैं. पूर्व प्रधानमंत्री के तौर पर उनका कद और अनुभव बेहद महत्वपूर्ण है. अर्थव्यवस्था को लेकर मनमोहन सिंह की बात को देश बेहद गंभीरता से लेता है. राहुल गांधी भी मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर हमला करने के लिए मनमोहन सिंह की बातों का सहारा लेते रहे हैं. नोटबन्दी के बाद मनमोहन सिंह ने जीडीपी विकास दर धीमा होने की भविष्यवाणी की थी जो सटीक साबित हुई. जाहिर है मोदी सरकार 2 का आर्थिक मोर्चे पर कैसा प्रदर्शन रहा इसकी समीक्षा के लिए विपक्ष में मनमोहन सिंह से बेहतर और कौन हो सकता है?


28 सालों तक असम से चुने गए मनमोहन सिंह


पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पिछले 28 सालों से लगातार असम से राज्ससभा के सदस्य चुने जा रहे थे. उनका कार्यकाल इसी साल 14 जून को समाप्त हुआ था लेकिन विधानसभा में पर्याप्त संख्या नहीं होने के कारण कांग्रेस पार्टी उन्हें इस साल छठी बार राज्यसभा नहीं भेज पाई. इस कारण 17वीं लोकसभा के गठन के बाद जब संसद सत्र शुरू हुआ तो 28 सालों बाद मनमोहन सिंह संसद में नजर नहीं आए. हालांकि अब एक बार फिर मनमोहन सिंह राज्यसभा में नजर आने वाले हैं.