Congress Meeting Highlights: राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सुलह, खरगे के घर चली लंबी बैठक
Congress Delhi Meeting Highlights: दिल्ली में आज कांग्रेस पार्टी के भीतर हलचल रही. राजस्थान की कलह को लेकर पार्टी अध्यक्ष के आवास पर बैठक हुई. अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों बैठक में मौजूद रहे.
केसी वेणुगोपाल ने कहा कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. दोनों ने हाईकमान पर फैसला छोड़ दिया.
मल्लिकार्जुन खरगे के घर हुई बैठक के बाद अशोक गहलोत और सचिन पायलट मुस्कुराते हुए बाहर निकले. इस दौरान राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल भी मौजूद रहे.
मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर राजस्थान के मसले को लेकर हो रही बैठक खत्म हो गई है. दोनों नेताओं में सुलह हो गई है. खरगे और राहुल गांधी के साथ गहलोत की बैठक करीब 4 घंटे चली. थोड़ी देर में अशोक गहलोत और सचिन पायलट संयुक्त बयान देने वाले हैं.
आगामी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में 150 से अधिक सीटें जीतने की कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी पर राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि राहुल गांधी सपना देख रहे हैं. उन्होंने कर्ज माफ करने और बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था, हम सभी ने देखा कि उसका क्या हुआ. उनकी टिप्पणी का भी यही हश्र होगा.
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी के मप्र में कांग्रेस को 150 सीटें मिलेंगी वाले बयान पर कहा कि कांग्रेस के साथ समस्या ये है कि मध्य प्रदेश के लिए दिल्ली में बैठकें होती हैं. जनता गिड़गिड़ा रही है कि दिल्ली बहुत दूर है. हमें विश्वास है कि भाजपा आगामी चुनावों में पूर्ण बहुमत के साथ मप्र में अपनी सरकार बनाएगी.
सचिन पायलट भी मल्लिकार्जुन खरगे के घर पहुंच गए हैं. खरगे और राहुल गांधी के साथ अशोक गहलोत की बैठक करीब 2 घंटे से चल रही है. गहलोत–सचिन विवाद पर निर्णायक बैठक हो रही है.
कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने ट्वीट किया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में आगामी मध्य प्रदेश चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक में भाग लिया. बैठक में राहुल गांधी, कमलनाथ समेत कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने बैठक में भाग लिया. कर्नाटक में हमारे शानदार प्रदर्शन के बाद हम मप्र में भी 150 सीटों के साथ शानदार जीत हासिल करेंगे.
मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर राजस्थान के मसले पर अहम बैठक हो रही है. राहुल गांधी और सीएम अशोक गहलोत मौजूद हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के घर पर राजस्थान को लेकर कांग्रेस की बड़ी बैठक बुलाई गई है. सीएम अशोक गहलोत और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल वहां मौजूद हैं.
राजस्थान मामले पर अब 5:30 और 6 बजे बैठक होगी. राजस्थान की मीटिंग 2-3 घंटे के लिए टाल दी गई है.
दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष व अन्य नेताओं के साथ बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कहा कि हम मध्य प्रदेश भी जीतने जा रहे हैं. आज हमारे पास अधिक से अधिक सीटों के साथ मध्य प्रदेश को जिताने का संयुक्त नारा है.
मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी के कांग्रेस को 150 से ज्यादा सीटें मिलने वाले बयान पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि मन को बहलाने को बाबा ख्याल अच्छा है. भाजपा मध्य प्रदेश में 200 से ज्यादा सीटें जीतेगी. अब उनको ख्याली पुलाव पकाने हैं तो पकाते रहें.
दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष व अन्य नेताओं के साथ बैठक के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य पार्टी प्रमुख कमलनाथ ने कहा, "अभी बेहद महत्वपूर्ण बैठक हुई, चुनाव में कैसी रणनीति बनाई जाए, मध्य प्रदेश का भविष्य कैसे सुरक्षित रखा जाए इस पर चर्चा हुई. जो राहुल गांधी (एमपी में कांग्रेस को 150 सीटें मिलने के बयान) ने कहा है हम सभी उनकी बात से सहमत है."
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने रणनीति पर चर्चा शुरू कर दी है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनाव को लेकर हुई बैठक पर पहली प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि हमारी लंबी चर्चा चली, हमारा आंतरिक आंकलन है कि हमें कर्नाटक में 136 सीटें मिली, हमें मध्य प्रदेश में 150 सीटें मिलने वाली है. जो कर्नाटक में किया उसे दोहराएंगे.
इस साल मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव है. मध्य प्रदेश चुनाव में रणनीति को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, महासचिव केसी वेणुगोपाल और राहुल गांधी की दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में बैठक शुरू हो गई है. राज्य पार्टी प्रमुख कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और अन्य नेता भी मौजूद है.
कांग्रेस नेतृत्व ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के नेताओं से दिल्ली सरकार को लेकर केंद्र के अध्यादेश और गठबंधन को लेकर राय पूछी. सभी नेताओं ने गठबंधन का विरोध किया. अध्यादेश पर केजरीवाल को समर्थन के सवाल का अजय माकन ने पुरजोर विरोध किया. नेताओं ने केजरीवाल से मुलाकात का फैसला आलाकमान पर छोड़ा.
केजरीवाल चाहते हैं कि कांग्रेस भी केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ वोट करे. इस मुद्दे पर केजरीवाल और कांग्रेस आलाकमान की मुलाकात पर तस्वीर साफ नहीं है. केजरीवाल से मुलाकात को लेकर फैसला आलाकमान पर छोड़ दिया गया है.
दिल्ली के लिए केंद्र की ओर से लाए अध्यादेश के बाद से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस से समर्थन मांगा है. केजरीवाल को समर्थन देने या न देने के मुद्दे पर भी केजरीवाल की अपील पर कांग्रेस मुख्याल में चर्चा हुई. इस दौरान अध्यादेश पर कुछ नेता चुप रहे, हालांकि अजय माकन समेत कुछ नेताओं ने विरोध किया.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी कांग्रेस मुख्यालय पहुंच गए हैं. कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, अजय सिंह भी कांग्रेस मुख्यालय पहुंच गए हैं. यहां मध्य प्रदेश चुनाव की रणनीति बनाने को लेकर खरगे और राहुल गांधी प्रदेश पार्टी नेताओं के साथ बैठक करेंगे.
बैकग्राउंड
Congress Delhi Meeting Live: मध्य प्रदेश चुनाव की रणनीति बनाने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी की प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक है. वहीं राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच झगड़ा सुलझाने के लिए अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे खुद कूद पड़े हैं. वो आज दोनों नेताओं से अलग-अलग मुलाकात करने वाले हैं. खरगे आज दोनों नेताओं से दिल्ली में अपने घर पर अलग अलग मिलेंगे. मुलाकात के लिए अशोक गहलोत आज दो दिन के दौर पर दिल्ली आ रहे हैं.
खबर है कि खरगे पायलट से भी मिल सकते हैं. गहलोत और पायलट के बीच एक अलग बैठक भी हो सकती है. पार्टी नेताओं ने कहा कि आलाकमान राजस्थान में कर्नाटक की कहानी को दोहराने के लिए दो नेताओं को अपने मतभेदों को दूर करने के लिए योजनाओं पर गंभीरता से विचार कर रहा है और इसलिए बैठकों की यह श्रंखला बुलाई गई है.
ऐसी अटकलें हैं कि पायलट को राजस्थान में राज्य पार्टी प्रमुख का पद दिया जा सकता है लेकिन गहलोत खेमे के पार्टी कार्यकर्ता इस फैसले से खुश नहीं हैं. अब दिल्ली में पार्टी के नेता चाहते हैं कि दोनों नेता सुलह कर लें ताकि वे एकजुट होकर विधानसभा चुनाव में उतर सकें. राजस्थान में इस साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं.
पार्टी सूत्रों ने कहा कि आलाकमान पायलट को शांत करने की गंभीरता से योजना बना रहा है, जिन्होंने राजस्थान लोक सेवा आयोग को भंग करने, पेपर लीक से प्रभावित होने वाले युवाओं को मुआवजा और जांच जैसी तीन मांगों को पूरा करने के लिए राज्य सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है. पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के कार्यकाल में कथित भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं. अल्टीमेटम 30 मई को समाप्त हो रहा है, और इसलिए शीर्ष राज्य नेतृत्व द्वारा इस मुद्दे को हल करने का प्रयास किया जा रहा है.
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