नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हो रही है. ये बैठक ऐसे वक्त हो रही है जब भारत का चीन के साथ सीमा को लेकर विवाद चल रहा है और देश में कोरोना संकट छाया हुआ है. बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि आर्थिक संकट, कोरोना वायरस महामारी और चीन के साथ सीमा पर तनाव से जुड़े संकट की मुख्य वजह मोदी सरकार का कुप्रबंधन और उसकी नीतियां हैं.
पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाकर लोगों के घाव पर नमक छिड़क रही है सरकार- सोनिया
सोनिया ने कहा कि भारत भयावह आर्थिक संकट से घिरा है, वृहद स्तर पर महामारी का सामना कर रहा है और अब चीन के साथ सीमा संकट खड़ा हो गया है. सोनिया ने यह भी दावा किया कि सरकार पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाकर लोगों के घाव पर नमक छिड़क रही है. कांग्रेस अध्यक्ष के मुताबिक इस वक्त की जरूरत है कि बड़ा प्रोत्साहन पैकेज दिया जाए, गरीबों के हाथ मे सीधे पैसे दिए जाएं और एमएसएमई की रक्षा की जाए.
वहीं, बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बैठक में कहा कि सीमा पर जो संकट है, उससे अगर मजबूती से नहीं निपटा गया तो गम्भीर हालात पैदा हो सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार कोरोना महामारी का मुकाबला उस साहस और उस स्तर पर नहीं कर रही है जिसकी जरूरत है.
बैठक में कौन-कौन शामिल हैं?
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हो रही कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कई अन्य नेता शिरकत कर रहे हैं. इससे पहले भारत-चीन की झड़प में 20 सैनिकों की शहादत का कांग्रेस प्रमुखता से मुद्दा उठाती रही है.
देश की मौजूदा स्थिति पर हो रही चर्चा
सूत्रों के मुताबिक पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर कांग्रेस ने देशव्यापी आंदोलन की रूप रेखा बना ली है. जिस पर बैठक में मुहर लग सकती है. पेट्रोल-डीजल के दाम घटाने को लेकर पिछले दिनों सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी भी लिख चुकी हैं. इसके अलावा लॉकडाउन के दौरान मजदूरों के सामने पैदा हुए संकट पर भी बैठक में विचार हो सकता है. कोरोना संक्रमण काल में कांग्रेस की ये तीसरी वर्चुअल मीटिंग है.
भारत-चीनी सीमा विवाद के बीच आज हालात का जायजा लेने लद्दाख जाएंगे सेना प्रमुख