हमने लगाई बंगाल में चुनाव के दौरान सुरक्षा की गुहार, इसलिए EC ने 8 चरणों में चुनाव का लिया फैसला- अधीर रंजन
पश्चिम बंगाल विधानसभा का कार्यकाल 30 मई को पूरा हो रहा है. यहां तृणमूल कांग्रेस पिछले 10 सालों से सत्ता में है. पिछले विधानसभा चुनाव में यहां सात चरणों में मतदान हुआ था. इस बार आठ चरणों में चुनाव होगा.
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीख का एलान हो गया है. बंगाल में 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में चुनाव होगा. तारीखों के ऐलान के बाद ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं. लेकिन कांग्रेस ने चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत किया है.
पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "हमने चुनाव आयोग से गुहार लगाई कि पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान सुरक्षा का इंतजाम ऐसा हो कि लोग बिना डरे चुनाव में भाग ले सकें. इसलिए चुनाव आयोग ने निर्णय लिया है कि बंगाल में 8 चरणों में चुनाव होंगे."
ममता बनर्जी ने क्या सवाल उठाए टीएमसी प्रमुख और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए 8 चरणों में चुनाव कराने का आरोप लगाया है. तारीखों पर ममता ने पूछा है कि केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में एक चरण में चुनाव हो रहा है तो बंगाल में 8 चरणों में क्यों? बंगाल के किसी एक ही जिले में दो, तो किसी में तीन चरण में चुनाव क्यों? क्या मोदी और अमित शाह के दौरे के हिसाब से चुनाव की तारीख रखी गई है? ममता बनर्जी ने कहा, "एक जिले में दो-दो बार चुनाव....23 दिन बंगाल को फुटबॉल ग्राउंड बनाकर खेलेंगे ये."
बीजेपी और चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहीं ममता ने इन तथ्यों पर गौर नहीं किया. ममता के सवालों पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा, 'अगर 8 चरणों में चुनाव करवाए जा रहे हैं तो इस इसकी जिम्मेदारी खुद ममता बनर्जी की बनती है. उन्होंने जिस तरह से डर का माहौल बनाया है उसकी जिम्मेदारी बनती है.'
बंगाल में कब-कब हैं चुनाव पश्चिम बंगाल में पहले चरण के तहत राज्य के पांच जिलों की 30 विधानसभा सीटों पर 27 मार्च को, दूसरे चरण के तहत चार जिलों की 30 विधानसभा सीटों पर एक अप्रैल, तीसरे चरण के तहत 31 विधानसभा सीटों पर छह अप्रैल, चौथे चरण के तहत पांच जिलों की 44 सीटों पर 10 अप्रैल, पांचवें चरण के तहत छह जिलों की 45 सीटों पर 17 अप्रैल, छठे चरण के तहत चार जिलों की 43 सीटों पर 22 अप्रैल, सातवें चरण के तहत पांच जिलों की 36 सीटों पर 26 अप्रैल और आठवें चरण के तहत चार जिलों की 35 सीटों पर 29 अप्रैल को मतदान होगा.
पिछले विधानसभा चुनाव में यहां सात चरणों में मतदान संपन्न हुआ था. पश्चिम बंगाल विधानसभा का कार्यकाल 30 मई को पूरा हो रहा है. यहां तृणमूल कांग्रेस पिछले 10 सालों से सत्ता में है. इस बार बीजेपी और अन्य विपक्षी दल उसे चुनौती दे रहे हैं. बीजेपी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सत्ता से हटाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रखा है. पिछले विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को 211 सीटों पर विजय हासिल हुई थी जबिक बीजेपी को महज तीन सीटों से संतोष करना पड़ा था. कांग्रेस को इस चुनाव में 44 सीटें और माकपा को 26 सीटें मिली थी.
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