रेंज रोवर, पजेरो, BMW, फॉर्च्यूनर... 2018 में 34 करोड़ और अब अलमारियों में मिले 350 करोड़, कांग्रेस सांसद की रॉकेट से भी तेज रफ्तार
कांग्रेस सांसद धीरज प्रसाद साहू ने बताया कि साल 2018 में उनके पास 20.4 करोड़ की चल और 14.43 करोड़ की अचल संपत्ति थी. उनके और उनकी पत्नी के पास करीब डेढ़ करोड़ रुपये के सोने और हीरों के जवाहरात थे.
संपत्ति बढ़ने के मामले में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू की रफ्तार रॉकेट से भी तेज है. उनके ओडिशा और झारखंड स्थित घर से 350 करोड़ रुपये से ज्यादा का कैश बरामद हुआ है. बेहिसाब कैश को गिनने के लिए मशीनें भी कम पड़ गई हैं. इनकम टैक्स विभाग तीन दिन से उनके घर से बरामद कैश की गिनती कर रहा है, जिसका आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है.
2018 में वह झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद चुने गए थे. तब उन्होंने चुनाव आयोग को दिए अपने हलफनामे में बताया था कि उनके पास 34 करोड़ की संपत्ति है और अब उनकी संपत्ति में इतना बेतहाशा इजाफा हुआ है कि अलमारियों में नोटों की गड्डियां ठुसी हुई मिली हैं. इस पैसे का कोई हिसाब उनके पास नहीं हैं. कांग्रेस ने भी उनसे इस पर स्पष्टीकरण मांगा है. आइए जानते हैं धीरज साहू की संपत्ति में कितना इजाफा हुआ है-
2018 में 34 करोड़ थी संपत्ति
साल 2018 में धीरज प्रसाद साहू ने चुनाव आयोग को बताया था कि उनके पास 34 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति है. इसमें से 20.4 करोड़ की चल संपत्ति है. 14.43 करोड़ की अचल संपत्ति है, जिसमें कृषि भूमि और प्रॉपर्टी शामिल हैं. उस समय उन्होंने संपत्ति के ब्यौरे में बड़ी और महंगी गाड़ियों का भी जिक्र किया था. इसके अलावा, 1 करोड़ रुपये सालाना आय और उनकी पत्नी के पास 3.1 किलोग्राम के सोने के जेवर हैं, जिनकी कीमत 94.5 लाख है. वहीं, धीरज साहू के पास 26.2 लाख रुपये के डायमंड जड़े हुए आभूषण हैं.
लग्जरी और महंगी गाड़ियां
2018 में अपने एफिडेविट में धीरज साहू ने बताया था कि उनके पास रेंज रोवर, बीएमडब्ल्यू, फॉर्च्यूनर और पजेरो जैसे लग्जरी और महंगी गाड़ियां भी हैं. एफिडेविट के मुताबिक, धीरज साहू ने 2.5 करोड़ अपनी फैमिली की कंपनी बलदेव शिव प्रसाद साहू में और बलदेव साहू एंड संस में 2 करोड़ रुपये का इनवेस्टमेंट किया है.
30 लाख कैश के लिए एयरपोर्ट पर रोके गए थे धीरज साहू
इससे पहले भी एक बार 30 लाख कैश को लेकर आईटी ने धीरज प्रसाद साहू से पूछताछ की थी. वह रांची से दिल्ली जा रहे थे तो उनके पास 30 लाख कैश से भरा बैग था. इसके लिए उन्हें एयरपोर्ट पर रोक लिया गया था. यह बात दिसंबर, 2019 की है. यहां चेकिंग के दौरान उनके बैग में काफी कैश मिलने के बाद सीआईएसएफ ने इनकम टैक्स विभाग को बुला लिया था. उस वक्त फ्लाइट टेक ऑफ करने वाली थी और इनकम टैक्स ने उन्हें पूछताछ के लिए रोक लिया. हालांकि, उन्होंने कैश से जुड़े जरूरी दस्तावेज पेश कर दिए, जिसके बाद उन्हें जाने की अनुमति दे दी गई.
कांग्रेस से पुराना रिश्ता
धीरज साहू पांच भाई हैं, जिनमें से चार का राजनीति से ताल्लुक रहा है. उनके दो भाई शिव प्रसाद साहू कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीतकर दो बार सांसद बने. हालांकि, अब वह जिंदा नहीं है. एक और भाई गोपाल साहू 2019 में हजारीबाग से कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे, लेकिन हार गए. उदय साहू भी कांग्रेस पार्टी से जुड़े हैं. वहीं, धीरज प्रसाद साहू ने झारखंड की छत्र सीट से दो बार लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए. वहीं, साल 2009 के चुनाव में वह राज्यसभा सदस्य के लिए चुने गए और 2010 में फिर से चुने गए.
तीसरी बार वह फिर से राज्यसभा सांसद बने. जब शिव प्रसाद साहू राजनीति में थे तो साहू परिवार का कांग्रेस पर काफी प्रभाव था. पार्टी के संसदीय और विधायी चुनाव से लेकर मंत्री पदों तक के लिए सदस्यों पर फैसला लेने के लिए साहू परिवार का सुझाव लिया जाता था. साहू परिवार ने आर्थिक रूप से भी खासतौर से झारखंड के लोहरदगा में कांग्रेस का काफी सपोर्ट किया है. यही वजह थी कि लोहरदगा में साहू फैमिली के पैतृक घर को लोहरदगा का व्हाइट हाउस कहा जाता था.
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