Parliament Security Breach: संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक आरोपी की तलाश जारी है. सदन में जिस वक्त दो घुसपैठियों ने स्मॉक बॉम्ब चलाया, तो उस वक्त कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने हिम्मत दिखाते हुए उनके हाथों से उसे छीना. दरअसल, दोनों आरोपियों ने स्मॉक बम के जरिए सदन में अटैक किया और फिर चारों ओर धुआं फैल गया. इस दौरान काफी अफरा-तफरी भी मच गई. 


हालांकि, सदन में मौजूद कुछ सांसद ऐसे थे, जिन्होंने इस विपरीत हालात में भी डरने के बजाय हौसले से काम लिया. इन्हीं में से एक गुरजीत सिंह औजला हैं. जब उन्होंने आरोपियों के हाथों के साथ स्मॉक बम को फेंका, तब जाकर बाकी के सांसद उन्हें पकड़ पाए. वहीं, अब संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. विपक्षी पार्टियों ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. खुद कांग्रेस सांसद गुरजीत ने भी इस मुद्दे पर एक बहुत ही अहम बात कही है. 


'देश हम सभी लोगों का'


दरअसल, आरोपियों को भले ही गिरफ्तार कर लिया गया है, मगर उनके धर्म को लेकर लगातार बयानबाजी का दौर चालू है. कुछ लोगों का कहना है कि अगर आरोपी अल्पसंख्यक समुदाय से होते, तो अब तक बवाल मच गया होता. इसी मुद्दे पर एक निजी टीवी चैनल से बात करते हुए कांग्रेस सांसद औजला ने कहा कि अगर आरोपी मुस्लिम या सिख धर्म से होते, तो न जाने क्या हो गया होता. इसलिए मैं कहना चाहूंगा कि ऐसे लोगों को जाति-धर्म के चश्मे से नहीं देखना चाहिए. 


कांग्रेस सांसद ने कहा कि ये देश हम सभी लोगों का है. उन्होंने ये भी बताया कि किस तरह नई संसद के डिजाइन में ही खामियां हैं. उनका कहना है कि नई संसद में जगह कम है. लगभग सभी गेट्स आस-पास हैं. यही वजह है कि एक जगह भीड़ इकट्ठा होने लगती है. औजला ने बताया कि इस मुद्दे पर बाकी के सांसदों से भी चर्चा चलती रहती है. इन खामियों को सिर्फ अडवांस तरीकों से दूर किया जा सकता है. फिलहाल कमियां निकालने का समय नहीं है. हम सभी लोग देश के लिए एक हैं. 


बीजेपी सांसद पर साधा निशाना


कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने मैसूर से बीजेपी सांसद प्रताम सिम्हा पर भी निशाना साधा, जिनकी तरफ से जारी किए पास को लेकर ही घुसपैठिए सदन में पहुंचे थे. उन्होंने बीजेपी सांसद और उनकी पार्टी को निशाने पर लेते हुए कहा कि बीजेपी सांसद की तरफ से विजिटर्स पास दिया. अगर ये पास किसी विपक्षी सांसद ने जारी किया होता, तो अभी तक उसे गद्दार बता दिया गया होता. इस मामले की पूरी जांच होनी चाहिए. 


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