Rahul Gandhi Manipur Visit: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सोमवार (8 जुलाई) को मणिपुर के जिरिबाम जिले पहुंचे और वहां राहत कैंपों में पहुंचकर पीड़ितों से भी मुलाकात की. इस पर कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने पीएम मोदी की रूस यात्रा पर तंज कसा. उन्होंने कहा, "गैर-जैविक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मॉस्को जा रहे हैं और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी मणिपुर जा रहे हैं. यह उनका तीसरा दौरा है.


न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने आगे कहा कि पिछले 17 महीनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर के बारे में कुछ नहीं कहा है. वह मणिपुर के मुख्यमंत्री से नहीं मिले हैं, मणिपुर के राजनीतिक दलों, सांसदों, विधायकों से नहीं मिले हैं और वह मणिपुर गए ही नहीं हैं, 45 घंटे के लिए भी नहीं. जयराम रमेश ने कहा कि लोगों को संवेदनशील तरीके से यह दिखाने के लिए राहुल गांधी का यह तीसरा दौरा है कि आपका दर्द हमारा दर्द है.


मणिपुर में संवैधानिक मशीनरी, संवैधानिक व्यवस्था ध्वस्त- सुप्रीम कोर्ट


कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बताया कि मणिपुर पर टिप्पणी करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि संवैधानिक मशीनरी, संवैधानिक व्यवस्था, वहां ध्वस्त हो गई है और हम मणिपुर सरकार पर भरोसा नहीं कर सकते. सुप्रीम कोर्ट ने यही कहा है, ये उनकी टिप्पणियां हैं..." 


 






मैंने आज प्रधानमंत्री से तीन सवाल पूछे- कांग्रेस नेता


इसके अलावा कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा पर कहा, "मैंने आज प्रधानमंत्री से तीन सवाल पूछे हैं. उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह और पुतिन साथ ही रूसी प्रधानमंत्री दिमित्री मेदवेदेव के बीच 10 सालों में 16 बार मुलाकात हुई है. लेकिन पुतिन और पीएम मोदी के बीच 10 सालों में केवल 11 बार मुलाकात हुई है. क्या रूस और भारत के बीच संबंधों में कुछ ठंडापन आ रहा है?


PM मोदी क्यों चुप हैं?-जयराम रमेश


 जयराम रमेश ने कहा कि दूसरा, भारत का निर्यात मुश्किल से लगभग 3.5 बिलियन डॉलर है, लेकिन रूस से हमारा आयात लगभग 46 बिलियन डॉलर है. उन्होंने कहा कि ये भयंकर व्यापार असंतुलन है. जयराम रमेश ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री की क्या रणनीति है? क्या वे रूस के राष्ट्रपति से इस बारे में बात करेंगे? इसके साथ ही जयराम ने कहा कि तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण सवाल है कि 50 भारतीय युवा रूसी सेना में लड़ रहे हैं. इसका मतलब है कि यहां कोई नौकरी नहीं है. हमारे प्रधानमंत्री इस पर क्यों चुप हैं?"


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