कांग्रेस नेता राहुल गांधी उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट अपने पास रखेंगे और केरल की अपनी वायनाड सीट खाली कर देंगे. इस सीट से उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा अपनी चुनावी पारी का आगाज करते हुए उपचुनाव लड़ेंगी. इस फैसले को लेकर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने पार्टी नेतृत्व को धन्यवाद कहा और इसे सही फैसला बताया. 


प्रमोद तिवारी ने कहा, मैं धन्यवाद देना चाहता हूं राहुल जी को, ये सही फैसला लिया है कि रायबरेली सीट से सांसद बने रहेंगे और वायनाड से प्रियंका गांधी चुनाव लड़ेंगी. इस तरह से दोनों सदस्यों का प्रतिनिधित्व होगा. इस फैसले से आपने उत्तर प्रदेश के उस जनादेश का भी सम्मान कर दिया, जिसने 80 में से 43 सीटें इंडिया गठबंधन को दीं. आपने यूपी की भावनाओं का भी सम्मान किया. तिवारी ने दावा किया कि प्रियंका गांधी वायनाड से 5 लाख वोटों से जीतेंगी.


खरगे ने किया ऐलान

इससे पहले सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक के बाद राहुल के वायनाड सीट खाली करने और प्रियंका के वहां से उपचुनाव लड़ने से संबंधित फैसले की घोषणा की. खरगे और राहुल के अलावा, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी महासचिव के. सी. वेणुगोपाल और प्रियंका गांधी भी इस बैठक में मौजूद थीं. 

प्रियंका पहली बार चुनावी राजनीति में


अगर प्रियंका उपचुनाव में जीत हासिल करती हैं तो यह पहली बार होगा कि वह सांसद के रूप में संसद में प्रवेश करेंगी. साथ ही पहली बार, गांधी परिवार के ये तीनों सदस्य-सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका -एक साथ संसद के सदस्य होंगे. वर्ष 2019 में सक्रिय राजनीति में आने के बाद से प्रियंका के कभी अमेठी, तो कभी रायबरेली और यहां तक की वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की समय-समय पर अटकलें लगाई जाती रही थीं. वह कांग्रेस के लिए उत्तर प्रदेश की प्रभारी रह चुकी हैं और पार्टी की रणनीतिकार एवं स्टार प्रचारक के रूप में उभरी हैं, जिससे पार्टी को हाल ही में कुछ राज्यों में प्रभावशाली बढ़त हासिल करने में मदद मिली है.