Praniti Shinde On Kangana Ranaut: महाराष्ट्र की सोलापुर लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद प्रणीति शिंदे ने मॉनसून सत्र के दौरान मंडी से सांसद कंगना रनौत पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि इनके (कंगना रनौत) मुताबिक 2014 के पहले कोई भी अच्छा काम देश में नहीं हुआ और कुछ महानुभावों के मुताबिक देश आजाद ही 2014 में हुआ. उन्होंने कहा कि इनकी लाख कोशिश के बावजूद दुनिया इस देश को नेहरू-गांधी का देश ही मानेगी.


कांग्रेस सांसद प्रणीति शिंदे ने कहा कि बीजेपी के लोग जब दुनिया के किसी भी कोने में जाते हैं तो इनको महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने ही नतमस्तक होना पड़ता है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के मुताबिक, 2014 के पहले कोई भी अच्छा काम देश में नहीं हुआ और कुछ महानुभावों के मुताबिक देश आजाद ही 2014 में हुआ. खैर आप कितनी भी कोशिश कीजिए लेकिन इस सच्चाई को नहीं टाल सकते कि आज जो भारत चांद पर पहुंचा उसकी नींव इसरो के रूप में पंडित नेहरू ने ही रखी थी.


BJP 2014 से कांग्रेस की विरासत को मिटाने में जुटी


प्रणीति शिंदे ने कहा कि 2014 से बीजेपी अपने झूठे प्रोपेगेंडा की मदद से कांग्रेस की विरासत को मिटाने की पुरजोर कोशिश कर रही है. शिंदे ने मोदी सरकार के बजट को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि ऐसी सरकार और ऐसे वित्त मंत्री से हम क्या उम्मीद करें जो प्याज के बढ़ते दाम के सवाल पर कहती हैं कि दाम बढ़ते हों तो बढ़ने दो मैं प्याज नहीं खाती. ऐसे में स्कूल कॉलेज की फीस बढ़ती है तो बढ़ने दो हम शिक्षा नहीं भक्त बढ़ाते हैं. 


BJP हिंदुओं को डर में रखकर चमका रही राजनीति 


उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी पिछले एक दशक से सत्ता में है. लेकिन, इनके मुताबिक, आज भी हिंदू खतरे में है, क्या यह हकीकत है या फिर बीजेपी हिंदुओं को इस डर में रखकर अपनी राजनीति चमका रही है? आप बताएं जो संस्कृति हजारों साल गुलामी की जंजीर में जकड़ी पड़ी रहने के बावजूद जिंदा है. वह खतरे में कैसे आ सकती है. प्रणीति ने कहा कि बीजेपी और उनकी नीतियों की वजह से हिंदू खतरे में है.  


बाबा साहेब के कारण पिछड़े और दलितों को मिला सम्मान


आरक्षण पर बोलते हुए महाराष्ट्र की कांग्रेस सांसद प्रणीति शिंदे ने कहा कि डॉक्टर बाबा साहेब अंबेडकर ने बनाए गए संविधान के बदौलत पिछड़े और दलित वर्ग को आरक्षण के जरिए समाज में स्थान और सम्मान मिला है. लेकिन, आज वह आरक्षण भी बीजेपी की नजरों में खटक रहा है. इसीलिए सभी सरकारी कंपनियों का प्राइवेटाइजेशन करके आरक्षण खत्म करने का षड्यंत्र किया जा रहा है.


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