पंजाब के कांग्रेस सांसद की अमित शाह से मांग, आम आदमी पार्टी द्वारा विज्ञापन पर किए गए खर्च की हो जांच
कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू (Ravneet Singh Bittu) ने आरोप लगाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में विज्ञापनों पर 550 करोड़ रुपये का खर्च किया है.
पंजाब में आम आदमी पार्टी की ऐतिहासिक जीत का असर वहां की राजनीति पर भी दिखने लगा है और इसके चलते लोकसभा में बुधवार को दिल्ली नगर निगम के एकीकरण से जुड़े बिल पर चर्चा के दौरान एक चौंकाने वाला नजारा दिखा. इस बिल को लेकर जहां कांग्रेस पार्टी लगातार मोदी सरकार पर हमलावर थी और बिल का विरोध कर रही थी. वहीं पंजाब के लुधियाना से पार्टी सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने अपने भाषण में बीजेपी और मोदी सरकार की बजाए न सिर्फ आम आदमी पार्टी पर हमला बोला बल्कि बीजेपी का बचाव भी किया. बिट्टू ने आरोप लगाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में अपने विज्ञापनों पर करोड़ों के खर्च का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की.
विज्ञापनों पर 550 करोड़ खर्च किए जाने पर जांच की मांग
कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने आरोप लगाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में अपने विज्ञापनों पर 550 करोड़ रुपये का खर्च किया है. इसे राज्य के पैसों का दुरुपयोग बताते हुए बिट्टू ने सदन में बैठे गृह मंत्री अमित शाह से इसकी जांच करवाने की मांग की. केजरीवाल के दिल्ली मॉडल को आड़े हाथों लेते हुए बिट्टू ने कहा कि अगर दिल्ली के स्कूल इतने ही अच्छे हैं तो दिल्ली से आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन के लिए सांसदों को मिलने वाले कूपन के पीछे क्यों भागते हैं?.
रवनीत सिंह बिट्टू का आम आदमी पार्टी पर हमला
रवनीत सिंह बिट्टू ने आगे कहा कि दिल्ली के अस्पताल हो या यूनिवर्सिटी, सभी केंद्र सरकार द्वारा फंडेड होते हैं और उसी के दम पर केजरीवाल दिल्ली के मॉडल की बात करते हैं. बिट्टू ने उन आरोपों पर बीजेपी का बचाव किया जिसमें पार्टी पर नगर निगम एकीकरण बिल के बहाने चुनाव से भागने का आरोप लगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा था तो पंजाब में चुनाव नहीं होते. दरअसल पंजाब में कांग्रेस की करारी हार के बाद राज्य में पार्टी के भविष्य को लेकर सवाल उठ रहे हैं. ऐसे में पार्टी के एक सांसद का संसद में इस तरह का बयान पार्टी के लिए अच्छा संकेत नहीं है.
ये भी पढ़ें:
Rajasthan Suicide Case: दौसा डॉक्टर सुसाइड केस में एक्शन में गहलोत सरकार, SHO और SP पर गिरी गाज