Congress MP Saptagiri Shankar Ulka: कांग्रेस के एक सांसद का संसद में दिया गया एक भाषण अब वायरल हो रहा है. कांग्रेस सांसद ने इस भाषण में उन्होंने आदिवासी और वनवासी के बीच अंतर बताते हुए यहां तक कह दिया कि वे जंगली हो सकते हैं लेकिन वनवासी नहीं. सांसद ने इस दौरान भगवान राम का भी जिक्र किया.


कांग्रेस के सांसद हैं- सप्तगिरि शंकर उल्का (Saptagiri Sankar Ulka). ओडिशा के कोरापट संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. वे आदिवासी समुदाय से हैं. उन्होंने बीते साल दिसम्बर में संसद में एक भाषण दिया जो अब चर्चा में आ गया है. 


कांग्रेस सांसद ने समझाया आदिवासी का मतलब


कांग्रेस सांसद एसटी संसोधन बिल पर बोल रहे थे. इस दौरान उन्होंने सवाल किया कि आखिर हिंदू पहले आए या आदिवासी आए? इसका जवाब भी उन्होंने खुद ही दे दिया. आगे उन्होंने कहा, आदिवासी का मतलब है कि हम पहले निवासी है.


जंगली हूं आदिवासी नहीं- उल्का


उन्होंने कहा कि "अब ये (सरकार) कह रहे हैं कि हम वनवासी हैं. मैं साफ बता दूं हम जंगली तो हो सकते हैं वनवासी नहीं." 


कांग्रेस सांसद ने आदिवासी और वनवासी में अंतर बताते हुए भगवान राम का जिक्र कर दिया. उल्का ने कहा "भगवान राम वनवास में गए थे. वे वनवासी थे लेकिन शबरी माता आदिवासी थीं." उन्होंने कहा कि "हम इस देश के मूल वासी हैं. वनवासी बोलकर आप हमें अलग नहीं कर सकते." कांग्रेस सांसद ने कहा जंगल और जमीन हमारी है.


सरकार पर साधा निशाना


उन्होंने आगे कहा कि सरकार आदिवासियों को लेकर बड़ी बातें करती हैं लेकिन उनके लिए कुछ नहीं करती. मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी भारतमाला परियोजना का जिक्र करते हुए कहा "5000 करोड़ का प्रोजक्ट उनके संसदीय क्षेत्र कोरापट से होकर जाता है लेकिन एक भी आदिवासी को उसमें रोजगार नहीं मिला है."


उन्होंने कहा "भारत माला प्रोजेक्ट के लिए हाईवे ने एक एकड़ के लिए 50 हजार रुपये दिए गए. जबकि कहीं भी आप चले जाइए एक करोड़ रुपये एक एकड़ के लिए दिए जाते हैं."


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