Shashi Tharoor on Nitesh Rane: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने शनिवार (11 जनवरी,2025) को महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे की मुसलमानों के खिलाफ की गई विवादास्पद टिप्पणी की कड़ी निंदा की. उन्होंने इसे चौंकाने वाला बताते हुए कहा कि यह भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान स्थापित समावेशी मूल्यों के खिलाफ है.


शशि थरूर ने कहा कि किसी विशेष समुदाय को निशाना बनाना न केवल गलत है, बल्कि यह भारत के लोकतांत्रिक और समावेशी मूल्यों को कमजोर करता है. उन्होंने कहा कि देश की प्रगति तभी संभव है, जब हर नागरिक को समान अधिकार मिले.


हर व्यक्ति को दिए गए समान अधिकार
एएनआई से बातचीत में शशि थरूर ने कहा, "इस तरह की टिप्पणियां चौंकाने वाली हैं. हमें भारत के स्वतंत्रता संग्राम के मूल सिद्धांतों को समझना चाहिए. जब लोगों के एक समूह ने धर्म को राष्ट्रीयता का आधार बनाया तो वे पाकिस्तान चले गए, लेकिन महात्मा गांधी और हमारे नेताओं ने यह स्पष्ट किया कि हम सभी की स्वतंत्रता के लिए लड़ रहे हैं. हमने एक ऐसा देश बनाया, जहां हर व्यक्ति को समान अधिकार दिए गए हैं." उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी समुदाय के खिलाफ घृणा फैलाना, चाहे वह मुस्लिम, हिंदू, ईसाई, या किसी अन्य जाति से हो, पूरी तरह गलत है.


नितेश राणे की विवादास्पद टिप्पणी
दरअसल, यह विवाद नितेश राणे की शुक्रवार (10 जनवरी) को सांगली में हिंदू गर्जना सभा के दौरान की गई टिप्पणी के बाद शुरू हुआ. उन्होंने कहा था, "ईवीएम का मतलब है, हर वोट मुल्ला के खिलाफ."


वृंदा करात ने की गिरफ्तारी की मांग
सीपीआई (एम) नेता वृंदा करात ने भी राणे के बयान की आलोचना की और इसे नफरत फैलाने वाला भाषण बताया. उन्होंने कहा, "यह व्यक्ति भारत के लिए खतरा है. यह पहली बार नहीं है जब उसने सांप्रदायिक बयान दिया है. उसके खिलाफ कार्रवाई न होना भाजपा और आरएसएस के दोहरे मापदंड को दर्शाता है. प्रधानमंत्री संविधान की बात करते हैं, लेकिन उनके मंत्री इसके मूल सिद्धांतों को तोड़ रहे हैं. राणे को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए और पद से हटाया जाना चाहिए."




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