नई दिल्ली: लोकसभा की कार्यवाही मंगलवार को दिन भर के लिए स्थगित होने के बाद कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू और गुरजीत सिंह औजला ने सदन के भीतर धरना दिया. लोकसभा की कार्यवाही दोपहर करीब चार बजकर 35 मिनट पर दिनभर के लिए स्थगित होने के बाद पंजाब के ये दोनों सांसद कृषि कानूनों को निरस्त करने के मुद्दे पर सदन के भीतर ही धरने पर बैठ गए. शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कांग्रेस के दोनों सांसदों से संसद परिसर में मुलाकात की.


कांग्रेस के सदस्य केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं. पेगासस और कृषि कानूनों समेत कुछ अन्य मुद्दों को लेकर पिछले कई दिनों से संसद के दोनों सदनों में गतिरोध बना हुआ है. 19 जुलाई से मॉनसून सत्र आरंभ हुआ था, लेकिन अब तक दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रही है.


वहीं, कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने मंगलवार को बैठक की और पेगासस जासूसी मामले, कृषि कानून और कुछ अन्य मुद्दों पर लोकसभा में सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा की. सूत्रों के मुताबिक, संसद भवन में हुई इस बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, द्रमुक नेता टीआर बालू और कनिमोई, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले, बीएसपी के रितेश पांडे, सीपीएम के ए एम आरिफ और आरएसपी के एनके प्रेमचंद्रन शामिल हुए. सूत्रों ने बताया कि पेगासस, केंद्रीय कृषि कानूनों और कुछ अन्य मुद्दों पर सदन में सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा की गई.


राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी नेता पेगासस जासूसी मामले को लेकर बुधवार को लोकसभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव का नोटिस देंगे. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों के नेताओं की मंगलवार को हुई बैठक में यह फैसला किया गया. सूत्रों ने यह भी बताया कि संसद के दोनों सदनों में कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के नेता बुधवार सुबह बैठक करेंगे और संसद के मौजूदा मॉनसून सत्र में सरकार को घेरने की आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे. इस बैठक में राहुल गांधी मौजूद होंगे.


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