राहुल गांधी का बड़ा दांव, एमपी कांग्रेस के अध्यक्ष बने कमलनाथ, सिंधिया कैंपेन कमेटी के अध्यक्ष
इस कदम से साफ है कि कांग्रेस किसी एक चेहरे पर दांव नहीं खेलना चाहती है. अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया भी रेस में थे लेकिन पार्टी ने युवा नेतृत्व के बजाए अनुभव को तरजीह दी है.
भोपाल: चुनावी साल में मध्यप्रदेश कांग्रेस में बड़ा बदलाव हुआ है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 71 साल के सांसद कमलनाथ को प्रदेश की कमान सौंपी है. इसके साथ ही चार अन्य कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए गए हैं. इस कदम से साफ है कि कांग्रेस किसी एक चेहरे पर दांव नहीं खेलना चाहती है. कमलनाथ एमपी के छिंदवाड़ा से लगातार लोकसभा चुनाव जीतते रहे हैं. जिन्हें कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है उनमें बाला बच्चन, सुरेंद्र चौधरी, जीतू पटवारी और रामनिवास रावत का नाम शामिल है.
INC COMMUNIQUE
Announcement of the President, Chairman Campaign Committee and Working Presidents of MP Pradesh Congress Committee. @INCMP pic.twitter.com/b3gv3C13Y8 — INC Sandesh (@INCSandesh) April 26, 2018
ज्योतिरादित्य सिंधिया को कैंपेन कमेटी की कमान अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया भी रेस में थे लेकिन पार्टी ने युवा नेतृत्व के बजाए अनुभव को तरजीह दी है. ज्योतिरादित्य सिंधिया को चुनाव प्रचार अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया गया है.
दिग्विजय सिंह का क्या होगा? नर्मदा यात्रा से वापस लौटे कांग्रेस नेता पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पहले ही एलान कर दिया था कि वो अब प्रदेश की राजनीति नहीं करेंगे. इसलिए वो इस रेस से बाहर थे. दिग्विजय सिंह प्रदेश में अपने बेटे को आगे बढ़ा रहे हैं. फिलहाल कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह को कांग्रेस के रूठे नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी दी. नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को भी फिलहाल कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है.
कौन हैं कमलनाथ? मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा से नौंवी बार सांसद चुने गए कमलनाथ का जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ था. कमलनाथ के नाम सबसे ज्यादा बार चुनाव जीतने का भी रिकॉर्ड है. साल 1980 में सातवीं लोकसभा में 34 साल की उम्र में वे पहली बार लोकसभा पहुंचे. इसके बाद से वे लगातार जीत रहे हैं. 2014 में मोदी लहर ने जहां कांग्रेस के बड़े बड़े किले ढहा दिए वहीं छिंदवाड़ा की जनता ने कमलनाथ पर ही भरोसा जताया.