Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में सियासत हर पल एक नया मोड़ ले रही है. प्रदेश सरकार पर मंडरा खतरा अभी टला नहीं है. शिवसेना (Shiv Sena) की अंदरूनी लड़ाई अब अदालत तक पहुंच चुकी है. इस बीच महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले (Maharashtra Congress President Nana Patole) ने प्रदेश सरकार पर मंडरा रहे खतरे के लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराया है. नाना पटोले ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि महाराष्ट्र में मौजूदा सियासी संकट के लिए केंद्र सरकार (Central Government) ही दोषी है. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने आज शिंदे कैंप के विधायकों को अयोग्य घोषित करने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए मामले की अगली सुनवाई 11 जुलाई को करने का फैसला सुनाया है. मतलब अब 11 जुलाई तक महाराष्ट्र के बागी विधायकों को अयोग्य नहीं ठहराया जा सकता. 


कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने बागी विधायकों की सदस्यता को लेकर दायर याचिका पर कोर्ट के फैसले को लेकर कहा कि आज माननीय सुप्रीम कोर्ट 11 तारीख तक नोटिस जारी किया है. उसमें कोर्ट ने क्या देखा है कैसा आदेश दिया ये पढ़कर हम उसपर टिपण्णी करेंगे तो अच्छा है. क्योंकि हम चाहते है की कोर्ट और विधानमंडल के बीच टकराव नहीं होना चाहिए, सबकी मर्यादा है उसकी लक्षण रेखा है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ऐसे मामलों में 14 दिन का नोटिस देना पड़ता है. लेकिन उसको कम करने का अधिकार भी स्पीकर के पास होता है. उस आधार पर स्पीकर ने बागी विधायकों को 48 घंटे का समय दिया था. लेकिन अब कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के लिए अगले महीने की 11 तारीख तक दिन तय किया है. 


अविश्वास प्रस्ताव पर उठाए सवाल


एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) और उनके समर्थन बागी विधायकों ने इस पूरे प्रकरण पर डिप्टी स्पीकर की भूमिका पर सवाल उठाए हैं. कोर्ट में बागी विधायकों ने कहा कि डिप्टी स्पीकर की भूमिका खुद संदिग्ध है, ऐसे में वह उनको अयोग्य ठहराने का नोटिस कैसे जारी कर सकते हैं? आपको बता दें कि नाना पटोले ने बागी विधायकों के इस दलील के जवाब में कहा कि आरोप कोई भी किसी पर लगा सकता है. लेकिन आरोप लगाने के पीछे कोई वजह होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि शिवसेना के बागी विधायक सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव क्यों ला रहे हैं, इसमें कोई पुख्ता कारण नहीं है. नाना पटोले ने कहा कि बागा विधायकों ने सोची समझी रणनीति के तहत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की योजना बनाई है. उनको (बागी विधायकों) पता है कि अगर वो ऐसा नहीं करेंगे तो शिवसेना उनपर कार्रवाई करेगी. उन्होंने कहा कि ये पूरी प्लानिंग बीजेपी की है और उनके इशारे पर ही ये सब किया जा रहा है. 


बागी विधायकों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम


आपको बता दें कि आज मामले की सुनवाई करते हुए अदालत ने महाराष्ट्र सरकार से सभी बागी विधायकों और उनकी संपत्ति को सुरक्षित करने के लिए पर्याप्त कदम उठाने का निर्देश दिया. इस पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि, गुवाहाटी में जहां ये विधायक ठहरे हुए हैं CISF उन्हें सुरक्षा दे रही है. वहीं महाराष्ट्र में भी हर विधायक के घर के बाहर सेंट्रल पुलिस फोर्स तैनात की गई है. उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था संभालने का काम राज्य सरकार का होता है, केंद्र का हस्तक्षेप तभी होता है जब राज्य सरकार उससे मदद मांगती है. लेकिन महाराष्ट्र में वर्तमान में ऐसी स्थिति नहीं है. 


शिवसैनिकों द्वारा बागी विधायकों के घर और दफ्तर पर तोड़फोड़ करने को लेकर नाना पटोले ने कहा कि पुलिस को जैसी ही इन हमलों की जानकारी मिली उन्हें रोका गया है. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि पुलिस वहां पहले से मौजूद थी और उनके सामने ही तोड़फोड़ हुई हो. नाना पटोले ने कहा कि महाराष्ट्र में ऐसा नहीं है कि भीड़ पुलिस को पीट ने केबाद किसी के दफ्तर में घुसकर तोड़फोड़ करें. हांलाकि, जो भी घटना हुई है मैं उसका समर्थन नहीं करता हूं. महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था पूरी तरह से कंट्रोल में है. 


इसे भी पढ़ेंः-


Maharashtra: केंद्र की डफली पर नाच रहे बागी विधायक, महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच 'सामना' से BJP पर बड़ा हमला


Maharashtra Politics: सुप्रीम कोर्ट में उद्धव और शिंदे गुट ने खड़ी की दिग्गज वकीलों की फौज, जानें-कौन किसके लिए होगा पेश