Congress Working Committee: अगले साल यानी 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनावों के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. विपक्षी दलों की गोलबंदी के साथ अब कांग्रेस ने अपने स्तर पर भी तैयारी शुरू कर दी है, जिसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे गुरुवार 29 जून को राहुल गांधी से मुलाकात कर सकते हैं. इस बैठक में कांग्रेस की उस वर्किंग कमेटी को लेकर जिक्र होगा, जो आने वाले विधानसभा और फिर लोकसभा चुनावों में पार्टी का नेतृत्व करेगी. आने वाले चुनावों के लिए कांग्रेस की तरफ से जल्द ही नई टीम का ऐलान किया जा सकता है.
राहुल गांधी से खरगे की मुलाकात
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस एक नई वर्किंग कमेटी (CWC) का ऐलान कर सकती है, जिसमें कई नए महासचिव और राज्य इकाइयों के प्रभारियों की घोषणा की जाएगी. हालांकि नई टीम को लेकर अब तक कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है, मल्लिकार्जुन खरगे पार्टी के नए सिपाहियों का नाम राहुल गांधी के सामने रख सकते हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि आने वाले चुनावों में प्रियंका गांधी को बड़ी भूमिका में देखा जा सकता है. इसके लिए खरगे ने उनसे संपर्क किया है. बताया गया है कि वर्किंग कमेटी में 50% सदस्य दलित और पिछड़े वर्ग समुदायों से हो सकते हैं. इसके अलावा 50 साल से कम उम्र के नेताओं को तवज्जो दी जाएगी.
प्रियंका गांधी को मिलेगी नई जिम्मेदारी
प्रियंका गांधी ने पिछले साल ही उत्तर प्रदेश के प्रभारी महासचिव के पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद से ही अटकलें लगनी शुरू हो गईं. अब पार्टी के सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि प्रियंका ने खरगे को कहा है कि वो हर तरह की जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार हैं. गुरुवार को होने वाली बैठक में प्रियंका गांधी का रोल तय हो सकता है, उन्हें पार्टी ऐसा पद देने की तैयारी कर रही है, जिससे वो राज्य और केंद्र में अपना योगदान दे सकें.
इस फॉर्मूले से बनेगी नई टीम
एचटी की इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि नई कमेटी में 24 की जगह 35 सदस्य हो सकते हैं, साथ ही सभी को अहम जिम्मेदारियां सौंपी जा सकती है. क्योंकि सोनिया गांधी और राहुल गांधी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष हैं, ऐसे में वो कमेटी के सदस्य रहेंगे. उनके अलावा पार्टी के कई युवा और सीनियर नेता इस नई टीम में नजर आ सकते हैं. रायपुर में आयोजित कांग्रेस अधिवेशन में इस बात पर मुहर लगाई गई थी कि कमेटी के सदस्यों को अलग-अलग वर्ग में बांटा जाएगा. जिसमें अनुसूचित जातियों और जनजातियों के लिए 25%, ओबीसी और अल्पसंख्यकों के लिए 25% और सामान्य वर्ग के लिए 50% सीटें रिजर्व होंगी.