Ashok Gehlot Vs Shashi Tharoor: कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव (Congress President Election) को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. इस बीच अब राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के चुनाव लड़ने की संभावना भी पूरी तरह खत्म होती नजर आ रही है. ऐसे में राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत  (Ashok Gehlot) ने भी जमीनी तैयारी शुरू कर दी है. वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) को अपने ही गढ़ में स्पोर्ट मिलता नजर नहीं आ रहा है. 


कई अफवाहों और कयासों के बीच अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी से मुलाकात की. उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि अगर नेतृत्व उन्हें ऐसा करने के लिए कहता है तो वह अध्यक्ष पद के लिए जरूर चुनाव लड़ेंगे. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह मुख्यमंत्री बने रहना चाहते हैं. 


24 से 30 सितंबर तक होंगे नामांकन


बता दें कि, कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की तारीख 24 से 30 सितंबर तक है. नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि आठ अक्तूबर है. समय जितना नजदीक आ रहा है नेताओं की कोशिशें भी बढ़ती नजर आ रही हैं. पार्टी ने यह संकेत भी दे दिया है कि राहुल गांधी के चुनाव लड़ने की संभावना नहीं है. 


चुनाव लड़ने के मूड में शशि थरूर 


लोकसभा सांसद शशि थरूर ने भी अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की इच्छा जता दी है. उन्होंने एआईसीसी मुख्यालय में कांग्रेस केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री से मुलाकात की और नामांकन दाखिल करने और प्रचार करने सहित चुनाव नियमों और प्रक्रियाओं पर चर्चा की. उन्होंने लगभग 9,000 पीसीसी प्रतिनिधियों की मतदाता सूची पर भी एक नज़र डाली जो चुनाव में मतदान करेंगे. 


दिग्विजय सिंह ने भी दिए मैदान में उतरने के संकेत 


यहां तक की मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी चुनाव लड़ने के संकेत दे दिए हैं. गहलोत और थरूर के बीच अपनी पसंद के बारे में पूछे जाने पर, सिंह ने एनडीटीवी से कहा कि 'नामांकन की अंतिम तिथि समाप्त होने दो, तुम मुझे बाहर क्यों रखना चाहते हो? ऐसे में अब उनके चुनाव लड़ने को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं. 


अहम मानी जा रही गहलोत-सोनिया की मुलाकात 


आगामी अध्यक्ष चुनाव के मद्देनजर गहलोत और सोनिया गांधी के बीच हुई मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है. इनके बीच यह मुलाकात करीब दो घंटे तक चली. एआईसीसी महासचिव मुकुल वासनिक ने भी सोनिया से मुलाकात की और एआईसीसी महासचिव (संगठन) के सी वेणुगोपाल ने भी. 


सीएम बने रहने पर गहलोत का बयान


सीएम बने रहने पर गहलोत ने कहा कि पार्टी ने उन्हें सब कुछ दिया है. वह पिछले 40-50 सालों से विभिन्न पदों पर आसीन हैं. उनके लिए पद महत्वपूर्ण नहीं हैं. उन्हें जो जिम्मेदारी दी गई है उसे पूरा करना ज्यादा जरूरी है. एक व्यक्ति, एक पद' के नियम के बारे में पूछे जाने पर गहलोत ने कहा कि यह उन पदों पर लागू होता है जिन पर किसी को मनोनीत किया गया था. 


'कांग्रेस के सभी लोग करते हैं भरोसा'


उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्हें पार्टी में सभी का विश्वास प्राप्त है. गांधी परिवार के उन पर विश्वास के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह सिर्फ गांधी परिवार नहीं है. कांग्रेस के सभी लोग उनपर भरोसा करते हैं. उन्होंने खुद को खुशनसीब बताया. उन्होंने कहा कि जहां मुझे कहेंगे फॉर्म भरना है, में फॉर्म भरूंगा. 


माना यह भी जा रहा है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री केरल में राहुल गांधी से मिलकर अध्यक्ष पद के लिए मनाने की आखिरी कोशिश करेंगे. यहां वह राहुल गांधी को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरने के लिए अपनी बात रखेंगे. साथ ही वह भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल होंगे. 


क्या थरूर के सपोर्ट में नहीं है कांग्रेस ?


वहीं, अगर शशि थरुर की बात करें तो उनको कांग्रेस परिवार का ज्यादा समर्थन मिलता नहीं दिख रहा है. हाालंकि, सोनिया गांधी ने इसपर कहा था कि थरूर अगर चुनाव लड़ना चाहते हैं तो यह उनका फैसला है. केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद होने के बाद भी यहां के सीनियर ही कांग्रेस नेता शशि थरूर के सपोर्ट में खड़े नहीं दिख रहे. 


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